वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। इस्कॉन भारत के प्रमुख गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज 02 मई 2024 को देहरादून स्नान करते समय फिसल गये थे और हार्ट अटैक भी हुआ, उनकी हालत गंभीर होने पर उन्हें पेस मेकर लगाया गया, स्टेन्ट डाले गये और अंततः सर्जरी की गयी और आज दिनांक 05 मई 2024 द्वादशी को प्रातः 08रू20 पर महाराज जी ने अंतिम श्वास ली और गोलोक धाम प्रस्थान किया। इस्कॉन मंदिर में शहर भर से आए भक्तों ने परम् पूज्य गोपालकृष्ण गोस्वामी महाराज जी को भावभीनी श्रद्धांजलि एवं पुष्पांजलि अर्पित की।
इस्कॉन मन्दिर अध्यक्ष अपरिमेय श्याम प्रभु ने बताया कि गोपाल कृष्ण गोस्वामी का आविर्भाव (जन्म) 14 अगस्त 1944 को अन्नदा एकादशी के दिन हुआ था, महाराज श्रील प्रभुपाद के शिष्यों मे सबसे वरिष्ठ शिष्य थे, 1966 मे पेप्सीको कंपनी मे एशिया पैसेफिक देखते थे। 1968 को महाराज जी की पहली मुलाकात श्रील प्रभुपाद से माँट्रीयल कनाडा मे हुयी थी स कनाडा मे मन्दिर अध्यक्ष द्वारा उन्हें श्रील प्रभुपाद के कमरे की साफ-सफाई कि सेवा दी गयी थी और वह सेवा महाराज जी ने बहुत अच्छे से की थी और आगे भी सेवा करने की इच्छा श्रील प्रभुपाद जी से व्यक्त की, उनकी इच्छा और सेवा भाव को देखते हुए प्रभुपाद जी ने उन्हें निरंतर सेवाऐं दी। 1974 मे श्रील प्रभुपाद को अपना पर्सनल सेक्रेटरी नियुक्त किया और भारत मे ळठब् नियुक्त किया। प्रभुपाद के ग्रंथों का व्यापक रूप से प्रचार करते हुए सफलतापूर्वक वितरण किया। गोपाल कृष्ण गोस्वामी ने रसिया, अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन एवं कई अन्य देशों सहित भारतवर्ष मे कृष्ण भावना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया। 80 वर्ष की अवस्था मे आपने अंतिम समय तक प्रभुपाद जी के मिशन को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाते रहे।
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