बुढ़ापा नापने का थर्मामीटर
अजय कुमार वर्मा / लखनऊ
1. दोस्त बुलाये पर,
जानें का दिल न करे।
समझ लो बूढ़े हो गए।।
2. पड़ोसन की जगह,
पत्नी पर ज्यादा प्यार आनें लगे।
समझ लो बूढे़ हो चले।।
3. नए कपड़े खरीदनें की,
इच्छा कम हो रही हो।
तो समझना बूढे़ हो चले।।
4. रेस्टोरेंट में खाना खाते वक्त,
घर के खाने की याद आने लगे।
तो समझना बूढे़ हो चले।।
5. बारिश हो रही हो और,
पकौड़े की जगह छाता याद आये।
समझो बूढे़ हो चले।।
6. हर बात पर युवाओं के,
फैशन पर टिप्पणी करनें लगे हो।
समझना बूढ़े हो चले।।
7. मौज-मस्ती वाली फिल्मों की,
आलोचना करनें लगे हों तो।
समझना बूढे़ हो चले।।
8. मस्त-महफिल सजी हो और,
उस दौरान मशवरा देने लग जाओ।
तो समझना बूढ़े हो गए।।
9. फूल पर गुनगुनाते भंवरे को देख,
रोमांटिक गाना न याद आये।
समझना बूढ़े हो गए।।
10. बेफिक्री छोड़ सर पर चिंता,
की टोकरी उठा ली हो।
समझना बूढ़े हो गए।।
12. बार बार रिटायरमेंट की याद आए,
तो समझो बूढ़े हो गए।।
13. घर से बाहर नहीं निकलने के बहाने बढ़ गए,
तो समझो बूढ़े हो।।
Check Also
पत्रकारों के लिए पेंशन बुढ़ापे की लाठी से कम नहीं: डॉ. सुयश मिश्रा
वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा लखनऊ। देश में मीडिया को लोकतंत्र का चैथा …