वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मंगलवार को महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर महासभा ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महर्षि वाल्मीकि के जीवन, आदर्शों और समाज में उनके योगदान पर प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने नारद जी से प्रश्न किया था कि कौन ऐसा चरित्रवान व्यक्ति है, जिसके जीवन पर वह काव्य रच सकें, और तभी श्रीराम कथा की रचना हुई। उन्होंने कहा कि जो लोग भगवान श्रीराम को अपमानित करते हैं, वे दरअसल भगवान वाल्मीकि का भी अपमान करते हैं। श्रीराम और वाल्मीकि एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं — “राम का विरोध करना वाल्मीकि का विरोध करना है।” योगी ने आगे कहा कि रामराज्य का अर्थ है ऐसा समाज जहाँ कोई भेदभाव न हो, जाति-पाति का भेद मिटे और हर व्यक्ति समानता के भाव से आगे बढ़े। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब अयोध्या में एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि जी के नाम पर रखा गया, तब समाजवादी पार्टी ने इसका विरोध किया। जबकि आज वही एयरपोर्ट देश का पहला इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन चुका है, जो वाल्मीकि जी की स्मृति में समर्पित है।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि अब सफाई कर्मचारियों को वेतन आउटसोर्सिंग कंपनी के बजाय सीधे नगर निगम के माध्यम से दिया जाएगा, जिससे पारदर्शिता और सम्मान सुनिश्चित होगा। उन्होंने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि परिसर में सप्त ऋषियों में महर्षि वाल्मीकि जी का मंदिर भी निर्मित किया गया है।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, सांसद दिनेश शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, मंत्री जयवीर सिंह, मेयर सुषमा खर्कवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।