– उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने किया हेरिटेज कॉन्क्लेव का आयोजन
– पर्यटन विभाग का प्रयास, प्रदेश के किले, राजमहल और कोठियों को पर्यटकों के अनुकूल बनाने पर जोर-जयवीर सिंह
वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। ’हेरिटेज कॉन्क्लेव’ को संबोधित करते हुए प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति उप्र. मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा, ’पर्यटन विकास में हेरिटेज की भूमिका बहुआयामी है। यह न केवल क्षेत्र की संस्कृति और इतिहास को सहेजता है, बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास का भी आधार बनता है। उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश के हर हिस्से का अपना महत्व है। भगवान बुद्ध के 6 महत्वपूर्ण स्थल राज्य में हैं, जहां बड़ी संख्या में देशी-विदेशी श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। सबसे पुराने किलों में से एक चुनारगढ़ का किला यहीं है।’
उत्तर पर्यटन विभाग की ओर से शनिवार को राजधानी लखनऊ के होटल ताज में ’हेरिटेज कॉन्क्लेव’ का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और स्थापत्य विरासत को संरक्षित करने के साथ बढ़ावा देना रहा। यह आयोजन राज्य के पर्यटन विकास में धरोहरों की महत्ता को बढ़ावा देने के लिए मंच प्रदान करना था।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति उप्र. मुकेश कुमार मेश्राम, विशेष सचिव ईशा प्रिया, निदेशक पर्यटन प्रखर मिश्रा के साथ-साथ 52 राज घरानों के वंशज और प्रसिद्ध होटल मालिकों, इन्वेस्टर्स, रियल स्टेट व्यवसायी, कंसल्टेंट आदि की उपस्थिति रही। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित ’हेरिटेज कॉन्क्लेव’ का उद्देश्य राज्य में हेरिटेज टूरिज्म की संभावनाएं तलाशना रहा। गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में किले, राजमहल और कोठियां हैं। विभाग का प्रयास इन्हें उपयोगी बनाकर पर्यटकों को आकर्षित करना है।
लखनऊ से बाहर होने के कारण पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने भेजे गये अपने एक संदेश में कहा है कि उत्तर प्रदेश भारत की हृदय स्थली है। यह राज्य अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। प्रदेश की भूमि महान ऐतिहासिक घटनाओं, सभ्यताओं और परंपराओं की साक्षी रही है। हेरिटेज कॉन्क्लेव में नीमराना होटल्स, ऋषि पुरी (हेरिटेज टूरिज्म एक्सपर्ट), एमआरएस ग्रुप जैसलमेर ने अपना प्रस्तुतीकरण दिया। एक विशेष सत्र में होटल व्यवसायियों और हेरिटेज प्रॉपर्टी मालिकों के बीच संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सभी पक्षों ने खुलकर अपनी बात रखी। कॉन्क्लेव के अंत में निदेशक पर्यटन प्रखर मिश्रा ने आमंत्रित अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
निदेशक पर्यटन प्रखर मिश्रा ने एक प्रस्तुतीकरण के माध्यम से उत्तर प्रदेश में हेरिटेज टूरिज्म की संभावनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने इस क्षेत्र के विकास के लिए निजी-प्राइवेट हेरिटेज से संबंधित लोगों, होटल मालिकों, विशेषज्ञों को आगे आने की बात कही। उन्होंने कहा, यूपी की धरोहर को धरोहर के रूप में ही विकसित करना है। सरकारी सहायता के लिए पर्यटन विभाग हर कदम खड़ा है।’
फिल्म निर्देशक मुजफ्फर अली ने फिल्मों के जरिये उत्तर प्रदेश के हेरिटेज को दुनिया के सामने लाने पर बल दिया। अपनी विख्यात फिल्म उमराव जान का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया, कि ’उसकी अधिकांश शूटिंग लखनऊ के अलग-अलग हिस्सों में ही हुई थी। इस फिल्म के जरिये उन्होंने लखनवी तहजीब को भी दुनिया के सामने प्रस्तुत किया था।