अजय कुमार वर्मा, लखनऊ 15 अक्टूबर।
स्कूल, क्लास, पढ़ाई से थक कर आई, बेटी ने माँ से कहा।
अरी बिटिया अच्छी पढ़ाई कर, बाद मे आराम ही तो करना है।
बिटिया उठी, पढ़ने बैठी और फिर आराम करना तो रह ही गया।
माँ मुझे थोडा समय दो, दो घड़ी आराम कर लूं।
ऑफिस से थक कर आयी बिटिया ने कहा, मैं थक गई हूं।
अरी शादी कर ले और सेटल हो जा, फिर आराम ही करना है।
बिटिया शादी के लिए तैयार हो गई और आराम करना तो रह ही गया।
अरे इतनी क्या जल्दी है, एकाध साल रुकते है ना।
अरी समय के साथ बच्चे हो जाए तो टेंशन नहीं,
फिर आराम ही आराम है।
बिटिया माँ बन गई और आराम करना तो रह ही ’गया..
तुम माँ हो, तुम्हें ही बच्चे के साथ जागना पड़ेगा।
मुझे सुबह ऑफिस जाना है, बस थोडे दिन।
बच्चे बड़े हो जाए, फिर आराम ही आराम है
वो बच्चों के लिए कई रातें जागी और आराम करना तो रह ही गया।
सुनो जी, बच्चे अब स्कूल जाने लगे है।
अब तो दो घडी बैठने दो आराम से, बच्चों की तरफ ध्यान दो।
उनको पढ़ा लो, फिर आराम ही आराम है।
बच्चों का प्रोजेक्ट बनाने बैठी, और आराम करना तो रह ही गया।
बच्चे पढ़ लिख कर अपने पैरों पर खड़े हो गए, अब कुछ आराम कर लूं।
अब बच्चों की शादी करनी है, ये जिम्मेदारी पार पड़े के फिर आराम ही आराम है,
उसने हिम्मत जुटाई, बच्चों की शादी का काम निपटाया,
और फिर आराम करना तो रह ही ’गया,
बच्चों का अपना संसार चलने लगा, अब मैं जरा आराम कर लू।
अरी, अब अपनी बिटिया माँ बनने वाली है।
पहला बच्चा मायके मे होगा ना, चलो तैयारी करे।
हमारी बिटिया की डिलीवरी हो गई, और आराम करना रह ही गया।
चलो, ये जिम्मेदारी भी पूरी हुई, अब आराम
माँ जी, मुझे नौकरी पर वापस जाना होगा।
तो आप आशीश को सम्भाल लेंगी ना ?
नाती के पीछे दौड़ते दौड़ते थक गई, और आराम करना रह ही गया।
चलो, नाती भी बड़ा हो गया अब।
सारी जिम्मेदारियाँ खत्म, अब मैं आराम करूंगी।
अरी सुनती हो, गुठने दुख रहे है मेरे।
मुझसे उठा नही जा रहा, ठच भी बढ़ गया है शायद।
डायबिटीस है सो अलग, डॉक्टर ने परहेज करने को कहा है।
पति की सेवा मे बचा-खुचा जीवन गुजर गया,
और.. आराम करना तो रह ही गया।
एक दिन भगवान खुद धरती पर आए और कहा, आराम करना है ना तुझे ?
उसने हाथ जोड़े और भगवान उसे ले गए, आखिरकार उसे आराम मिल ही गया। हमेशा के लिए!!
परिवार के प्रति समर्पित जिम्मेदार स्त्रियों को समर्पित।
कवियत्रि कमला रवि सोनी