– होली के नाम पर जमकर वसूली, अवैध निर्माणों को संरक्षण,
वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार
लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण में भ्रष्टाचार और अवैध निर्माण का यह मामला बेहद गंभीर और निंदनीय है। लखनऊ के तमाम हिस्सों में सहित रकाबगंज, कुंडली शास्त्री नगर में ललित कान्वेंट स्कूल के सामने सील की गई इमारत पर अधिकारियों द्वारा डीलिंग के माध्यम से निर्माण जारी रखना, कानून का खुला उल्लंघन है। यह न सिर्फ भ्रष्टाचार का जीता-जागता उदाहरण है, बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश के सपने को भी चकनाचूर करता है।
बिल्डिंग पर आगे से सीलिंग का दिखावा है, लेकिन पीछे से निर्माण कार्य बेधड़क चल रहा है। अधिकारियों और बिल्डरों की साठ-गांठ से होली के नाम पर जमकर वसूली की जा रही है। शिकायतों के बावजूद स्क्। की निष्क्रियता, अधिकारियों की मिलीभगत को उजागर करती है।
अधिकारियों की मिलीभगत से बिल्डरों द्वारा होली के नाम पर अवैध वसूली करना, उनकी नैतिकता और ईमानदारी पर सवाल खड़े करता है। बार-बार शिकायतों के बावजूद एलडीए द्वारा कार्रवाई न करना, उनकी कार्यशैली पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगाता है। ऐसा प्रतीत होता है कि एलडीए के अधिकारी कानून और जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को भूल चुके हैं और सिर्फ अपनी जेबें भरने में लगे हैं।
यह अस्वीकार्य है कि एलडीए के अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों की खुलेआम अवहेलना कर रहे हैं और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। इस मामले की तत्काल उच्च-स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। अवैध निर्माण को तुरंत ध्वस्त किया जाना चाहिए और एलडीए की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।
