वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार
लखनऊ। पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री अनीस मंसूरी के नेतृत्व में वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध जताया गया। इस काले कानून के खिलाफ लोगों ने काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया। अनीस मंसूरी लंबे समय से इस अधिनियम का विरोध कर रहे हैं और इसे पसमांदा मुसलमानों के अधिकारों पर हमला बता चुके हैं।
अनीस मंसूरी ने कहा कि वक्फ संपत्तियां पसमांदा मुसलमानों की धरोहर हैं और इस पर किसी भी तरह की सरकारी दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह अधिनियम वक्फ संपत्तियों के जबरन अधिग्रहण की साजिश है, जिसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, सरकार का यह कदम पसमांदा मुसलमानों के हक और उनकी जमीन छीनने की कोशिश है।
अनीस मंसूरी ने सरकार से मांग की कि वह इस संशोधन को तत्काल वापस ले, अन्यथा इसके खिलाफ देशव्यापी आंदोलन खड़ा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पसमांदा मुसलमानों को उनके अधिकारों से वंचित करने की किसी भी कोशिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।
