– एयरबैग खुले, पर नहीं आए काम
वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ । होने वाले दूल्हे सहित तीन दोस्तों को हादसा लील गया। काकोरी इलाके में शुक्रवार देर रात आगरा एक्सप्रेसवे पर में हादसे में तीन दोस्तों की जान चली गई। इसमें शंशाक की शादी के लिए कपड़े खरीदने के लिए पांच दोस्त फर्रुखाबाद से लखनऊ आ रहे थे। रात में एक अन्य दोस्त के कमरे में रुककर शनिवार के दिन खरीदारी का प्लान था। डोली की जगह अर्थी उठी तो घरवाले बिलख पड़े।
जानकारी के मुताबिक ई-रिक्शा की एजेंसी चलाने वाले शशांक राठौर की शादी तय हो चुकी थी। 28 नवंबर को तिलक और दो दिसंबर को शादी थी। दो माह पहले ही शशांक की सगाई हुई थी। वह अपने कॉलेज के दोस्तों संग खरीदारी करने लखनऊ आ रहे थे। हादसे की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया। इकलौते बेटे की मौत से पिता उदय बहादुर गुमसुम हैं। आगरा एक्सप्रेसवे पर हादसे में मौत का कारण तेज रफ्तार बताया जा रहा है। कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि सामने से जा रहा ट्राला नजर नहीं आया। इससे पहले की शशांक गाड़ी रोकते कार, ट्राला से टकरा गई। टक्कर के बाद कार के एयरबैग भी खुल गए थे, लेकिन रफ्तार इतनी अधिक थी वे कारगर साबित नहीं हुए। पुलिस का कहना है कि कार की हालत देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे से ऊपर होगी। हादसे में कार के परखचे उड़ गए। ट्राला में फंसकर कार करीब 100 मीटर तक घिसटती चली गई। कार में पांच दोस्त सवार थे। हादसे में तीन की मौत हो गई। जबकि, गंभीर अवस्था में दो को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इंस्पेक्टर नवाब अहमद के मुताबिक आगरा से लखनऊ जा रही कार रेवरी टोल प्लाजा 289 किमी के पास सरिया लदे ट्राला में पीछे से टकरा गई थी। कार जहानागंज निवासी शशांक राठौर (24) चला रहे थे। कार में उनके मित्र सिविल लाइन नई बस्ती फतेहगढ़ निवासी शिवम यादव (24), अनुज राठौर (24), आदित्य राजपूत (22) व शांतनु सिंह (24) सवार थे। हादसे में शशांक, शिवम और अनुज की जान चली गई। आदित्य व शांतनु को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यूपीडा की टीम ने आधी रात करीब 12ः45 बजे घटना की सूचना पुलिस को दी। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद क्रेन की मदद से कार को ट्राला से बाहर निकाला गया। इसके बाद दरवाजा काटकर पांचों युवक निकाले गए। हादसे में घायल आदित्य राजपूत (22) व शांतनु सिंह (24) की हालत नाजुक बनी हुई है। दोनों को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों के परिजन लखनऊ पहुंच गए हैं। परिजनों ने बताया कि कई दिन से सभी शशांक की शादी की तैयारियों में व्यस्त थे। कॉलेज के टाइम से सभी अक्सर साथ में ही घूमने निकलते थे।
बताया जाता है कि शशांक के दोस्त शिवम बुद्धेश्वर में किराये के मकान में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते थे। शिवम के पिता बदन सिंह ने बताया कि सभी दोस्तों ने योजना बनाई थी कि रात में वे बेटे के कमरे पर रुकेंगे। इसके बाद शनिवार को दिन में खरीदारी कर लौट जाएंगे। हालांकि, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। वहीं, अनुज राठौर बीएससी एग्रीकल्चर का छात्र था। अनुज के पिता विजेंद्र ठेकेदारी करते हैं। परिवार में भाई अभय और मां रेखा हैं।
Check Also
भारतीय हिंदी परिषद के 47वें अधिवेशन में संस्कृति पर्व के 32वें विशेषांक का लोकार्पण
वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा झांसी। संस्कृति पर्व का विशेषांक अद्भुत है। संस्कृति …