वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल “निषाद पार्टी” के 09वें स्थापना दिवस कार्यक्रम के अवसर पर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, लखनऊ में आयोजित किया गया है। इस अवसर पर निषाद पार्टी- राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय कुमार निषाद ने पार्टी की आगामी रणनीतियों पर चर्चा की। उन्होने कार्यकर्ताओं को आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए के समर्थन में प्रचार-प्रसार करने के साथ ही सभी सीटों पर एनडीए की जीत दर्ज कराने का आह्वान किया। श्री निषाद ने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त करते हुए कहां कि विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान कटेहरी और मझवां सीट पर अपने सिंबल पर चुनाव लड़ा था और आगामी उपचुनाव भी निषाद पार्टी दोनों सीटों पर अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी।
श्री निषाद ने राष्ट्रीय, प्रदेश और जिला कार्यकारिणी की घोषणा करने का ऐलान भी किया। मझवार आरक्षण के मुद्दे पर कहा कि निषाद पार्टी की स्थापना के 09 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और निषाद पार्टी का गठन मझवार आरक्षण के मुद्दे समेत मछुआ समाज के अन्य मुद्दों को लेकर हुआ था और आज भी निषाद पार्टी अपने मुद्दे पर अडिग है। आरक्षण के मुद्दे पर केंद्र व राज्य सरकार से लगातार वार्ता जारी है, आजतक मेरी भाजपा शीर्ष नेत्तृव से हुए हर मुलाकात में आरक्षण के मुद्दे पर वार्ता जरूर हुई है। निषाद पार्टी आरक्षण के मुद्दे पर प्रदेशभर में हस्ताक्षर अभियान चलाएगी और रिपोर्ट को केंद्र व राज्य सरकार के समक्ष रखेगी। उन्होंने संघर्ष के मुद्दे पर राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर की पंक्तियों को सुनाया।
वर्षों तक वन में घूम-घूम, बाधा-विघ्नों को चूम-चूम, सह धूप-घाम, पानी-पत्थर, पांडव आये कुछ और निखर। सौभाग्य न सब दिन सोता है, देखें, आगे क्या होता है।।
संतकबीरनगर लोकसभा चुनाव की हार पर मंत्री ने कहा कि मेरा बेटा ई0 प्रवीण निषाद वहां से चुनाव लड़ रहा था और वो सीट हम हार गए। ई0 प्रवीण निषाद- निषाद पार्टी नहीं है, मेरा परिवार- निषाद पार्टी नहीं है, मंच पर बैठे बड़ें पदाधिकारी निषाद पार्टी नहीं है, मैं खुद निषाद पार्टी नहीं हूं। निषाद पार्टी एक विचारधारा है, एक सोच है जो ना जाने मेरे जैसे कितने लोगों की परिकल्पना से बनीं है, एकमात्र चुनाव हारने से निषाद पार्टी खत्म हो जाएगी ऐसी सोच रखने वाले लोगों को मेरी शुभकामनाएं हैं।
आज भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की पूण्यतिथि है, आज उनकी एक बात मुझे हमेशा प्रेरणा देती है कि जब भारतीय जनता पार्टी केवल चार सीट जीती थी तो उन्होनें सदन में कही थी कि सत्ता के लोग इतना खुश मत होइये 02 से सरकार तक आएंगें। आज आप सभी को संकल्प लेना होगा कि ठेका-पट्टा, थाना-चैकी छोड़कर हमें भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरह काम करना होगा और 2027 का संकल्प पुरा करना होगा।
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