वेबवार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 26 नवम्बर। ‘संविधान दिवस’ के अवसर पर चाइल्डलाइन लखनऊ व ह्यूमन यूनिटी मूवमेंट “हम” द्वारा प्राथमिक विद्यालय बरोलिया द्वितीय मनकमेश्वर वार्ड व पूर्व माध्यमिक विद्यालय बसतौली इन्दिरा नगर में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। डा॰ भीम राव अम्बेडकर और भारतीय संविधान की पुस्तक पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुवात की गई।
चाइल्डलाइन केंद्र समन्वयक कृष्ण प्रताप शर्मा ने बताया कि भारतीय संविधान दुनिया का सबसे बड़ा हस्तलिखित संविधान है। टीम सदस्य ललित यादव ने बच्चों के मौलिक अधिकार व उनके अनुछेदों को विस्तार पूर्वक बताया कि बच्चों के अधिकारों को चार भागों में बाटा गया है- जीने का अधिकार, विकास का अधिकार, सुरक्षा का अधिकार, सहभागिता का अधिकार है। ये अधिकार बच्चों को शोषण, अत्याचार से बचाने, उनके कल्याण एवं उन्हें विकास का अवसर प्रदान करने के लिये सयुक्त राष्ट्र बाल समझौता 1989, भारतीय संविधान एवं विविध कानूनों के तहत हर बच्चे को अधिकार प्राप्त हैं।
ज्योत्सना मिश्रा ने बच्चों से सम्बन्धित संवैधानिक व्याख्याये एवं कानूनों के बारे में जानकारियां दी जैसे- बच्चों के अपराध निरोधक अधिनियम 2005, किशोर न्याय ( देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015, बालश्रम (नियंत्रण एवं उन्मूलन) अधिनियम, बाल विवाह निरोधक अधिनियम, अनैतिक देह व्यापार निरोधक अधिनियम। चाइल्डलाइन द्वारा अध्यापिकाओं व बच्चों को भारतीय संविधान कि प्रस्तावना शपथ दिलाई गयी। विजय पाठक ने चाइल्डलाइन 1098 की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से बताया और अपील की मुसीबत में फसे बच्चे की सूचना 1098 पर दें जिससे उस बच्चे की तत्काल मदद हो सकें । ने बच्चों को बताया कि संविधान दिवस संवैधानिक मूल्यों के प्रति नागरिकों में सम्मान को बढ़ावा देने के लिये मनाया जाता है । उक्त कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्या मीना रावत, अध्यापकगण व चाइल्डलाइन के ब्रिजेन्द्र शर्मा, कैलाश सत्यार्थी, नवीन कुमार, अभय श्रीवास्तव, तृप्ति गोस्वामी मौजूद रहे ।
