वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार
लखनऊ। सरकारी सम्पत्तियों के संचालन एवं देखरेख में नाकाम पर्यटन मंत्रालय लगातार सरकारी सम्पत्तियों को पीपीमोड पर देकर उसे निजी हाथों में देती जा रही है, अबतक 11 सम्पत्तियां पूर्व में ही पीपीपी मोड पर दी जा चुकी है और अब राही पर्यटक आवास गृह खुर्जा बुलन्दशहर, को पीपीपी मोड पर संचालित करने के लिए निजी हाथों में एक एग्रीमेंट के साथ दे दिया गया। षीघ्र ही 09 और सम्पत्तियों के लिए भी शीघ्र समझौता किया जायेगा।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की उपस्थिति में उनके आवास पर पर्यटन विभाग के राही पर्यटक आवास गृह खुर्जा बुलन्दशहर, को पीपीपी मोड पर संचालित करने के लिए एग्रीमेंट किया गया। मंत्री का कहना है कि इसी प्रकार की 09 और सम्पत्तियों के लिए भी शीघ्र समझौता किया जायेगा, जबकि इन समझौतों से सकारात्मक परिणाम आयेगा।
एग्रीमेंट के पश्चात जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन के प्रति बढ़ते आकर्षण के कारण उ0प्र0 पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने जा रहा है। इसको देखते हुए पुराने राही पर्यटक आवासों को पीपीपी मोड पर हस्तान्तरित कर संचालित करने के लिए दिया जा रहा है। अपनी गौरवशाली संस्कृति, ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्व एवं धार्मिक विरासतों तथा समृद्ध प्राकृतिक वन संपदा के चलते पर्यटन के क्षेत्र में निवेश आकर्षित हो रहा है, जिससे रोजगार के अवसर तथा प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भी योगदान सम्भव हो रहा है।
श्री सिंह ने बताया कि पहले चरण में कैबिनेट से स्वीकृत 11 राही पर्यटक आवास गृहों को पीपीपी मोड पर दिया जा चुका है। द्वितीय चरण में स्वीकृत चार राही पर्यटक आवास गृहों की स्वीकृति मिली थी, जिसमें राही पर्यटक आवास गृह खुर्जा, बुलंदशहर का आज श्री कृष्णा कांट्रैक्टर्स के साथ एग्रीमेंट हुआ है। शेष तीन राही पर्यटक आवास गृह भदोही, राही पर्यटक आवास गृह मुंशीगंज अमेठी तथा राही पर्यटक आवास गृह देवा शरीफ बाराबंकी का शीघ्र एग्रीमेंट होगा। पर्यटन मंत्री ने बताया कि तृतीय चरण में राही पर्यटक आवास गृह सुमेर सिंह किला (इटावा), राही पर्यटक आवास गृह कपिलवस्तु (सिद्धार्थनगर), राही पर्यटक आवास गृह शिकोहाबाद (फिरोजाबाद), विन्ध्याचल (मीरजापुर), झील महल रेस्टोरेंट (मऊ) व गोपीगंज (भदोही) को पीपीपी पर देने के लिए बुधवार को कैबिनेट ने स्वीकृति दी है। शीघ्र ही इनका भी एग्रीमेंट किया जाएगा। कैबिनेट ने राही पर्यटक आवास गृह बस्ती और वृंदावन की निविदा आमंत्रित करने पर भी अपनी मुहर लगा दी है।
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि प्राचीन धरोहर भवनों एडाप्टिव रियूज के अंतर्गत 13 इकाइयों को पीपीपी पर देने के लिए कैबिनेट ने स्वीकृति दी है। इसमें बालबेहट फोर्ट ललितपुर, टहरौली फोर्ट झांसी, सीताराम महल कोटवन किला मथुरा, रघुनाथ राव महल झांसी, वजीरगंज की बारादरी गोंडा, आलमबाग भवन लखनऊ, सेनापति महल कुलपहाड़ महोबा, कोठी गुलिस्तान-ए-इरम दर्शन विलास लखनऊ, टिकैत राय बारादरी कानपुर नगर, मस्तानी महल महोबा, भूरागढ़ फोर्ट बांदा, रनगढ़ फोर्ट बांदा और लेक पैलेस तालकोठी चरखारी महोबा शामिल है।
