– मीडिया के माध्यम से घटना की जानकारी हुई है। नवाबगंज थाना प्रभारी को जांच के निर्देश दिए गए हैं। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के तहत कार्रवाई की जाएगी।- महेश कुमार, एडीसीपी सेंट्रल
वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
कानपुर। नवाबगंज के पत्रकारपुरम में एक छात्र ने एक दरोगा पर पिटाई और मुंह में पिस्टल डालने का आरोप लगाया है। मामले की जांच एडिशनल डीसीपी करेंगे, जिसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
कानपुर के नवाबगंज में डीसीपी के पीआरओ (दरोगा) पर छात्र ने पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर बेहरमी से पिटाई करने का आरोप लगाया है। छात्र का कहना है कि मारपीट के दौरान दरोगा ने उसके मुंह में पिस्टल डालकर जान से मारने की धमकी दी। थाने में सुनवाई न होने पर पीड़ित छात्र ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई। मामले की जांच एडिशनल डीसीपी सेंट्रल को सौंपी गई है।
मूलरूप से मऊ के औरंगाबाद, कतुआपुरा पश्चिम निवासी कुनाल कुमार झांसी के डडियापुरा चैधरी बाग निवासी सहपाठी सचिन चंद्रा के साथ पत्रकारपुरम स्थित गंगानगर सोसाइटी में किराये पर रहते हैं। दोनों यूनिवर्सिटी में बैचलर ऑफ वोकेजन में द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। पड़ोस में डीसीपी के पीआरओ निखिल शर्मा भी परिवार के साथ रहते हैं। कुनाल ने बताया कि बीती 26 अक्तूबर को निखिल शर्मा तीन दरोगा, तीन सिपाहियों व तीन अन्य युवकों के साथ उनके कमरे में आए। घुसते ही उसे बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान निखिल ने उसके मुंह में पिस्टल डाल दी। इससे उसकी बाथरूम छूट गई। पिटाई से शरीर पर सूजन आ जाने के कारण जबरन फिटकरी पिलाई गई। आरोप है कि इस दौरान दरोगा और मकान मालिक ने भी उसे जातिसूचक गाली गलौज की। पीड़ित छात्रों का आरोप है कि तब से अज्ञात नंबरों से धमकी भरे फोन आ रहे हैं। फोन करने वाला खुद को थाने का दरोगा बोलकर कह रहा है कि यदि कोई प्रार्थनापत्र कहीं दिया तो झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवा देंगे। पीड़ित छात्र सचिन चंद्रा ने बताया कि दरोगा ने पीटने के बाद मां को फोन करवाया और कहा कि तुम्हारा बेटा गुरुदेव के पास शराब पीते नशे की हालत में पकड़ा गया है। धमकी दी कि किसी को कुछ बताया तो फर्जी मुकदमे में फंसा देंगे।
वहीं, इस संबंध में डीसीपी पश्चिम राजेश सिंह का कहना है कि निखिल रात में उनके साथ ड्यूटी पर रहता है। इस दौरान कुनाल और उसका साथी दरोगा के कमरे का दरवाजा खटखटाकर उनके परिजनों को परेशान करते हैं। इस पर निखिल ने छात्रों को फटकारा था। मारपीट जैसी बात झूठी है।