वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। उ0प्र0 के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डा० आंबेडकर की भावना के अनुरूप समता मूलक समाज की स्थापना के लिए सरकार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री आज डा० आंबेडकर महासभा परिसर में आयोजित डा० आंबेडकर जन्म दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना किसी भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ सबको दिया जा रहा है। शासन की जो भी योजनाए है चाहें आवास योजना हो, शौचालय की योजना हो, मुफ्त राशन वितरण योजना हो, का लाभ समाज के सभी वर्गो को समान रूप से मिल रहा है। डा० आंबेडकर ने हर व्यक्ति के लिए मूलभूत आवश्यकताओं के लिए जो सोचा था उसी को सरकार आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहब डा० आंबेडकर ने “शिक्षित बनो” का नारा दिया था। किसी भी असमानता के विरूद्ध लड़ाई के लिए शिक्षित होना बहुत जरूरी है। डा० आंबेडकर ने शिक्षा के माध्यम से ही महानता के लक्ष्य को हासिल किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़े घर में पैदा होकर बड़ा बनना उपलब्धि हो सकती है किन्तु सामान्य घर में पैदा होकर बड़ा बनना महानता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डा० आंबेडकर ने कहा था कि मैं प्रारम्भ में भारतीय हूँ और अंत में भी भारतीय हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार डा० आंबेडकर को सम्मान देने का कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि डा० आंबेडकर ने संविधान शिल्पी के रूप में दुनिया के सिरमौर बनने का कार्य किया है।
डा० आंबेडकर ने संविधान शिल्पी के रूप में दुनिया में अपनी पहचान बनायी: बृजेष पाठक
उप मुख्यमंत्री बृजेष पाठक ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि डा० आंबेडकर ने संविधान शिल्पी के रूप में दुनिया में अपनी पहचान बनायी। उन्होने गरीब, दलित, पीड़ित वर्ग की आवाज को सदन तक पहुँचाया और संविधान के माध्यम से उनकी समस्याओं का निदान किया।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे सदस्य विधान परिषद डा० लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि डा० आंबेडकर ने देश में भ्रमण कर अस्पृश्य वर्गों की सूची तैयार की जो अनुसूचित जाति के रूप में चिन्हित हुई। डा० आंबेडकर ने सामाजिक पिछड़ेपन और प्रतिनिधित्व की अपर्याप्तता के आधार पर आक्षण की व्यवस्था कर दलितों को मुख्य धारा से जोड़ा। डा० निर्मल ने कहा कि डा० आंबेडकर ने हिन्दू कोड बिल के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण किया तथा संविधान में अनुच्छेद 340 में पिछड़े वर्गों के लिए आयोग की व्यवस्था से पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण का मार्ग प्रशस्त किया। डा० निर्मल ने कहा कि सरकार आवास, उज्जवला, शौचालय, आयुष्मान भारत आदि योजनाओं के माध्यम से दलितों, वंचितों का सशक्तिकरण कर रही है।
