वेबवार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अनुराग वर्मा
पटना 01 अक्टूबर। बिहार में जातिगत जनगणना का डाटा आज सरकार ने आधिकारिक रूप से जारी कर दिया है। अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने जातीय आधारित गणना (Bihar Caste based census report) की रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि राज्य में कुल आबादी 13 करोड़ से ज्यादा है। जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट जारी होते ही बिहार में सियासत तेज हो गई है। एक तरफ भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने नीतीश सरकार से उनके कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड मांग लिया। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना बिहार की गरीब जनता में भ्रम फैलाने के सिवाय कुछ नहीं है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने नीतीश सरकार के फैसले का सपोर्ट किया है। ऐसे में देखें तो 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले I.N.D.I.A गठबंधन खुद को एकजुट दिखा रहा है। पूर्व सीएम और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि आज गांधी जयंती पर हम सभी इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने हैं। बिहार में हुए इस जातिगत जनगणना सर्वे में कई महत्वपूर्ण तथ्य प्रकाश में आये हैं जो इस प्रकार से हैं :-
पिछड़ा वर्ग-27.12 %
अत्यंत पिछड़ा वर्ग-36.01 %
अनुसूचित जाति-19.65 %
अनुसूचित जनजाति-1.68 %
सामान्य वर्ग 15.52 %
बिहार में किस धर्म की कितनी आबादी ?
हिन्दू- 81.99%
मुस्लिम- 17.70%
ईसाई-.05%
सिख- .01%
बौद्ध-.08%
किस जाति की कितनी आबादी?
ब्राह्मण- 3.67%
राजपूत- 3.45%
भूमिहार- 2.89%
कायस्थ – 0.60%
यादव – 14.26 %
कुशवाहा – 4.27
कुरमी- 2.87%
तेली- 2.81%
मुसहर- 3.08%
सोनार-0.68%
मल्लाह 2.60%
बढ़ई- 1.4%
कुम्हार- 1.4%
पासी- 0.9%
धोबी- 0.8%
मोची, जाटव, रविदास- 5.2%