वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
नई दिल्ली 9 अगस्त। उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद के नि० अध्यक्ष पं० सुनील भराला ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात कर उन्हें श्रमिकों के संबंध में एक पत्र सौंपा। पत्र का संज्ञान लेते हुए श्री यादव ने जल्दी ही कार्यवाही का आश्वासन दिया।
आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के 41 जनपदों में कर्मचारी राज्य बीमा निगम की तरफ से अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है तथा अन्य 34 जनपदों में निजी अस्पतालों से अनुबंध कर अस्पतालों के संचालन के संबंध में उत्तर प्रदेश श्रम विभाग द्वारा अनापत्ति प्रदान की गई है। इनमें अधिकांश अस्पताल सरकारी भवनों में स्थापित है, परंतु उनमें चिकित्सकों की कमी, आवश्यक दवाओं की समुचित व समय से आपूर्ति ना होना, चिकित्सा उपकरणों की कमी एवं मौजूद चिकित्सा उपकरणों का समुचित देखभाल के अभाव में जर्जर स्थिति में होना, इससे श्रमिकों को आवाश्यक जांच के लिए अनर्यात भटकना ऐसी समस्याएं है, जिससे श्रमिकों को ऐसी परेशानियों का सामना कर पड़ रहा है तथा उन्हें समुचित एवं गुणवत्तापूर्ण इलाज नही मिल पा रहा है। इसके अतिरिक्त चिकित्सालयों में तैनात चिकित्सकों के नियमित रूप से उपस्थित ना होने की समस्या की वजह से इन चिकित्सालयों में उपचार हेतु जाने वाले श्रमिकों में रोष व्याप्त है। श्री भराला ने बताया कि झांसी व आगरा के मेरे भ्रमण के साथ मेरे गृह जनपद मेरठ में भी इस प्रकार की शिकायतें प्राप्त हो रही है।
श्री भराला ने अपने पत्र में अनुरोध किया है कि इन अस्पतालों के नियमित समीक्षा हेतु प्रदेश के सभी जनपदों के जिलाधिकारियों / मंडलायुक्तों को भी निर्देशित किया जायें, जिससे इनकी कार्यप्रणाली में सुधार हो सके तथा मजदूरो को गुणतवत्तपूर्ण चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सके। इसके अतिरिक्त दवाओं की आपूर्ति एवं चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता तथा चिकित्सकों एवं अन्य पैरामेडीकल स्टाफ के रिक्त पदों को शीघ्र भरने हेतु भी आवाश्यक कार्यवाही अपनाई जायें।