– जब तक न्याय नहीं मिल जाता, उनका संघर्ष यूं ही चलता रहेगा : अभ्यर्थी
– नियुक्ति की आस में संघर्षरत अभ्यर्थियों का हौसला बरकरार, रंगोली बनाकर जताई मांग
वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। जहां एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में दीपोत्सव को विष्व रिकार्ड बनाकर उत्तर प्रदेष को विष्वस्तरीय पहचान दिलाई, तो दूसरी तरफ 69000 शिक्षक भर्ती में नियुक्ति की मांग को लेकर आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी वर्षों से अपनी आवाज उठा रहे हैं और आंदोलनरत हैं। इन अभ्यर्थियों ने गुरुवार को दीपावली के शुभ अवसर पर ईको गार्डन धरना स्थल पर रंगोली बनाकर व दीप जलाकर त्यौहार मनाया। इन अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिल जाता, उनका संघर्ष यूं ही चलता रहेगा।
अभ्यर्थियों का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने बताया कि पिछले 4 वर्षों से ईको गार्डन में ही होली, दीपावली, रक्षाबंधन, मकर संक्रांति जैसे पर्व मनाए जा रहे हैं। उनका कहना है कि यह केवल सरकार की नाकामी का नतीजा है, जिसके कारण आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी अपने अधिकारों के लिए सड़क पर संघर्षरत हैं। पटेल का कहना है कि इस मामले में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को न्यायिक समर्थन मिला है। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग से लेकर हाईकोर्ट की डबल बेंच तक ने सरकार को सुझाव दिया है कि भर्ती में हुई विसंगतियों को सुधारकर नई सूची जारी की जाए। लेकिन सरकार की हठधर्मिता के कारण अभ्यर्थियों को खानाबदोश की जिंदगी जीने पर मजबूर होना पड़ रहा है।