वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 14 अक्टूबर। भारत सरकार के सांस्कृतिक कार्य मंत्रालय, निर्झर कला संस्थान, गुरु कुंदन लाल गंगानी फाउंडेशन और गुरु साधना फाउंडेशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय कथक नृत्य प्रतिस्पर्धा कथक अश्वमेध 2023 का आयोजन 15 अक्टूबर को लखनऊ में किया गया है।
आयोजक समीर नाफड़े ने लखनऊ में एक प्रेस वार्ता में बताया कि इस प्रतियोगिता का आयोजन दि0 15 अक्टूबर को सुबह 9 से शाम 9 तक चलेगा। जिनमे प्रतिभागियों में प्रथम 5 का चयन होगा। श्री नाफड़े ने आगे बताया की इस प्रतिस्पर्धा का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को प्राचीन कलाओं और संस्कृति की ओर आकर्षित करना और उन्हें साधन के रूप में कथक नृत्य को समृद्ध करने के लिए प्रेरित करना है। कथक गुरु डॉ. साधना नाफडे और पंडित कुन्दनतात गंगानी की स्मृति में इस प्रतिस्पर्धा का आयोजन लगभग चालीस शहरों में किया जा रहा है। श्री नाफडे ने आगे बताया कि ये कार्यक्रम अक्टूबर एवं रविवार माह में प्रत्येक शनिवार रविवार को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार देश के तमाम कथक नृत्य कलाकारों को दिल्ली में अपना कौशल दिखाने का एक शानदार अवसर प्रदान करना है। इसके लिए वेबसाइट www.nirzar.org पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
कथक अश्वमेध 2023 के प्रारंभिक राउंड में प्रतियोगिता को दो समूहों में विभाजित किया गया है, पहला समूह 12 से 25 आयु वर्ग और दूसरा समूह 26 से 40 आयु वर्ग के लिए होगा। पहले राउंड से लगभग 140 प्रतिस्पर्धियों का चयन किया जाएगा। ग्रैंड फिनाले के लिए इनमें से सर्वश्रेष्ठ सात डांसरों का चयन करेंगे। इन सात सर्वश्रेष्ठ कलाकारों को देश की राजधानी दिल्ली में एक शानदार कार्यक्रम में अपनी कला पेश करने का मौका मिलेगा। दोनों ग्रुपों में तीन सर्वश्रेष्ठ कलाकारों को पुरस्कार दिया जाएगा। प्रतिभागियों ने कथक सीखने वाले छात्रों और कथक नर्तकों से अपील की है कि वे इस प्रतियोगिता में भाग लेकर इस अवसर का लाभ उठाएं।
प्रेस वार्ता में गौरी दीक्षित, ईशा मंगड़े और सारंग देव उपस्थित थे।
