वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
अयोध्या 01 नवम्बर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि श्रीराम का भाव ‘हरि अनन्त, हरि कथा अनन्ता’ की भावना है। प्रभु श्रीराम जन-जन में हैं और सबकी आस्था के प्रतीक हैं। भगवान श्रीराम सबके हैं और हमारा समाज राममय है। लोक कथा, लोक भाषा और लोक परम्परा में श्रीराम को लिपिबद्ध कैसे किया जा सकता है, इस पर शोध किया जाना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री आज जनपद अयोध्या में राम कथा पार्क में विगत 29 अगस्त, 2021 से आरम्भ किये गये रामायण कॉन्क्लेव के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम के आदर्शाें पर आधारित परम्परा को आगे बढ़ाते हुए इस कॉन्क्लेव का समापन किया जा रहा है। इसके बाद दीपोत्सव कार्यक्रम प्रारम्भ हो रहा है। उन्होंने कहा कि विभिन्न थीमों पर आधारित इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य भगवान श्रीराम के चरित्र, मूल्यांे तथा आदर्शाें को नई पीढ़ी तथा आम जनमानस तक व्यापक रूप से पहुंचाना था। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर वे आगामी 03 नवम्बर को होने वाले दीपोत्सव-2021 की तैयारी की समीक्षा करने आए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस रामायण कॉन्क्लेव का भव्य शुभारम्भ पावन नगरी अयोध्या से राष्ट्रपति जी के कर-कमलों से 29 अगस्त, 2021 को रामकथा पार्क के मुख्य मंच से किया गया था। इस कॉन्क्लेव को भव्यता के साथ आयोजित किया गया। अयोध्या से प्रारम्भ हुई यह सांस्कृतिक एवं बौद्धिक यात्रा गोरखपुर, बलिया, वाराणसी, विन्ध्याचल, चित्रकूट, ललितपुर, श्रृंगवेरपुर, बिठूर, बिजनौर, बरेली, गाजियाबाद, मथुरा, गढ़मुक्तेश्वर, सहारनपुर तथा लखनऊ से होते हुए पुनः अयोध्या की पावन धरती पर आज 31 अक्टूबर, 2021 को सम्पन्न हो रही है।
