अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। टीम आरएलडी के राष्ट्रीय संयोजक अनुपम मिश्रा ने प्राथमिक स्कूलों के 69000 सहायक अध्यापकों की भर्ती में नियमानुसार आरक्षण न मिलने के कारण आंदोलित अभ्यर्थियों की पीड़ा को सरकार पर नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए इन अभ्यर्थियों की मांग को न्यायोचित ठहराया। उन्होंने कहा कि यह कैसी सरकार है जो पूरे प्रदेश भर में गली चौराहों पर अपनी जिन -जिन विषयों को लेकर ढिंढोरा पीट रही है, उन्हीं विषयों पर सड़कों पर जनता आंदोलित है। अनुपम मिश्रा ने भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि प्रचारित तो यह किया जा रहा है कि चार लाख नौकरियां दे दी गए हैं, पर भाजपा के झूठ की बुनियाद को सहायक अभ्यर्थियों के आंदोलन ने ढहा दिया है।मिश्रा ने कहा कि जब सरकार द्वारा गठित पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी सहायक शिक्षक भर्ती के घोटाले की पुष्टि की है तब सरकार किस बात का इंतजार कर रही है ।सरकार को चाहिए तत्काल विधि सम्मत कार्रवाई करते हुए आयोग द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट को लागू कर दिया जाए ताकि न्याय हो सके और आंदोलन के स्थान पर शिक्षक अपने अपने क्षेत्रों में जाकर पठन-पाठन का कार्य कर सकें। अनुपम मिश्रा ने कहा कि यदि सरकार ने एक सप्ताह के भीतर इन अभ्यर्थियों की मांग नहीं मानी तो राष्ट्रीय लोकदल इनके समर्थन में सड़क पर उतरने से हिचकेगी नहीं। अनुपम मिश्रा ने प्रयागराज में चाइनीज मांझे से अफरोज की गर्दन काटने से हुई मौत पर दुख व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए प्रयागराज के जिला अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए कहा कि जब चाइनीज मांझा प्रतिबंधित है तो वह बाजार में बिकता कैसे है। इस मृत्यु के लिए जिलाधिकारी भी उतने ही दोषी है जितना कि प्रतिबंधित मांझा बनाने वाले हैं ।