वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। श्री श्री राधा रमण बिहारी (इस्कॉन) मंदिर, लखनऊ में शहर भर से आए भक्तों ने नरसिंह चतुर्दशी महामहोत्सव धूमधाम से मनाया। मंदिर अध्यक्ष अपरिमेय श्याम प्रभु द्वारा भगवान नरसिंह शिला का प्रथम अभिषेक एवं पुष्पांजलि अर्पित की गई, तत्पश्चात मंदिर के भक्तों द्वारा मधुर हरिनाम संकीर्तन, नरसिंह कवच पाठ एवं नरसिंह आरती की गई।
वनमाली स्वामी जी महाराज ने सभी भक्तों को नरसिंह भगवान की कथा में यह बताया कि नरसिंह भगवान विष्णु के प्रमुख अवतारों में से एक हैं, नरसिंह भगवान अपने भक्त प्रहलाद की बात को सच करने के लिए हिरण्यकश्यप के प्रहार से भगवान अर्ध मनुष्य व अर्ध सिंह का शरीर धारण करके खंबे से प्रकट होते हैं और ब्रम्हा जी के द्वारा दैत्यों के राजा हिरण्यकश्यप को दिए गए सभी वरदानों की शर्तों को पूरा करते हुए उसका वध करते हैं एवं भक्त प्रहलाद की भक्ति से भगवान उसके क्रूर पिता सहित उसकी 21 पीढ़ियों का उद्धार कर देते हैं।
उन्होंने आगेे बताया कि प्रहलाद से हमें बचपन से ही भक्ति करने की शिक्षा लेनी चाहिए और यदि कोई भक्त ईश्वर की प्रेम पूर्ण भक्ति करता है तो उसका फल उसकी 21 पीढ़ियों को मिलता है, अंत में उन्होंने भगवान नरसिंह तथा भक्त प्रहलाद की कथा से प्रेरणा लेकर भगवान की नवधा भक्ति करने का आग्रह किया जिससे मनुष्य जीवन सफल हो सके।
मंदिर अध्यक्ष ने सभी से निवेदन किया कि अधिक से अधिक हरिनाम व श्रीमद भगवत गीता का स्वाध्याय करें। कथा पश्चात भगवान नरसिंह जी की लीलाओं को मंदिर के भक्तों द्वारा नाट्य कार्यक्रम द्वारा सुंदर प्रस्तुति दी गई जिसकी शहर भर से आए भक्तों ने भूरि भूरि प्रशंशा की व मंदिर प्रांगण सभी भक्तों द्वारा हरे कृष्ण महामंत्र की गूंज से गुंजायमान हो गया।
