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राज्यपाल ने प्रो0 राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय में नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण किया

वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
प्रयागराज 12 सितम्बर। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल ने आज प्रयागराज में प्रो0 राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय पहुंचकर सर्वप्रथम नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण व प्रो0 राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) की प्रतिमा का अनावरण किया। साथ ही राज्यपाल ने विश्वविद्यालय कैम्पस में पौधारोपण भी किया। लोकार्पण के उपरांत राज्यपाल ने विश्वविद्यालय कैम्पस में बने परीक्षा भवन में आयोजित कार्यक्रम में 35 आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों के लिए फर्नीचर, खिलौने आदि से सम्बंधित किट का वितरण किया साथ ही 05 गर्भवती महिलाओं की गोद भराई करते हुए उनसें संवाद भी किया। इस कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकत्री, आशा बहुएं व ग्राम प्रधानों द्वारा प्रतिभाग किया गया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन में आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। उन्होंने पांच गर्भवती महिलाओं श्रीमती अंतिमा साहू, श्रीमती रेनू, श्रीमती अंतिमा मिश्रा, श्रीमती रानी गिरी एवं श्रीमती सरिता को माथे पर टीका लगाकर व पौष्टिक आहार की टोकरी भेंट कर गोद भराई की रस्म पूरी की।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगो को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र में गरीबों के बच्चे आते है, यह हमारी जिम्मेदारी है कि उन्हें अच्छी से अच्छी सुविधा प्रदान करें, उन्हें पौष्टिक आहार के साथ-साथ उन्हें प्यार, दुलार भी मिलना चाहिए। यह आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य है। उन्होंने सम्पन्न लोगो, विश्वविद्यालय, विश्वविद्यालय से सम्बंधित कालेजों आदि से आह्वाहन करते हुए आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लेने को कहा, जिससे वहां पर किसी भी मूलभूत सुविधा की कमी न होने पाये। आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए जो आज खिलौने आदि चीजे वितरित की गयी है, उससे बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास के साथ उन्हें आंगनबाड़ी केन्द्रों में खेल-कूद का माहौल मिलेगा, जिससे उनका आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मन लगेगा। उन्होंने कहा कि हमें अपना जन्मदिन कहीं बाहर जाकर या पार्टी करके मनाने के बजाय आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों के साथ मनाने का प्रयास करना चाहिए, जिससे आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों को खुशी मिलेगी इसके साथ ही आप लोगों को भी संतुष्टि का अनुभव होगा। राज्यपाल ने कार्यक्रम में उपस्थित ग्राम प्रधानों से कहा कि आप लोग अपने-अपने गांवों के विकास के साथ-साथ अपने गांवों में कुपोषित व टीबी से पीड़ित बच्चों की पहचान कर उन्हें गोद लेकर उनका समुचित ध्यान रखे और गांव के सम्पन्न परिवारों को भी इस सेवा कार्य से जोड़ने का प्रयास करें। उन्होंने अधिकारियों व सम्पन्न लोगो से अपील की कि सभी लोग मिलकर टीबी से पीड़ित एक-एक बच्चों को गोद लेकर उनका ध्यान रखे और बीमारी से उनको मुक्ति दिलाने का प्रयास करें। टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए हम सब को मिलकर प्रयास करना होगा। प्रसव के दौरान किसी भी बच्चे की मृत्यु न हो, यह भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार का संकल्प है। आशा बहुएं यह प्रण करें कि किसी भी बच्चे की डिलीवरी घर पर न हो साथ ही गर्भवती महिलाओं को बच्चों के पोषण से संबंधित सारी जानकारी समय- समय पर दी जाती रहे व सरकार द्वारा दिये जा रहे अनुदान के बारे में उनको जानकारी दी जाये। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को खाने-पीने से लेकर अन्य आवश्यक बातों के बारे में आशा बहुओं द्वारा सम्पूर्ण जानकारी लगातार दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को अच्छा पौष्टिक आहार लेना चाहिए।
इस अवसर पर प्रो0 राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ0 अखिलेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी श्री संजय कुमार खत्री, मुख्य विकास अधिकारी श्री शिपू गिरि सहित अन्य सम्बंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।

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