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लेखाकार रिंकू आनंद के विरुद्ध कार्यवाही न होने पर शिक्षक लामबंद हुए, लगे गंभीर आरोप

वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के लेखा विभाग के घूसखोरी के लिए चर्चित लेखाकार रिंकू आनंद के विरुद्ध जिला संगठन द्वारा की गई घूसखोरी की शिकायतों की शिक्षा अधिकारियों द्वारा एक सप्ताह के अंदर प्रभावी जांच और कार्यवाही नहीं की गई तो जिला संगठन आंदोलनात्मक कदम उठाने के लिए बाध्य होगा। यह निर्णय जिलाध्यक्ष अनिल शर्मा की अध्यक्षता में क्वींस इंटर कॉलेज में संपन्न जिला कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए संगठन के प्रादेशिक उपाध्यक्ष डॉ0 आर0पी0 मिश्र ने कहा कि लेखाकार रिन्कू आनंद के विरुद्ध घूसखोरी की शिकायतें की जा रही है जिनसे मौखिक रूप से शिक्षाधिकारियों को भी अवगत कराया गया था किंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई है। रिंकू आनंद के पास जो प्रकरण चयन वेतनमान, प्रोन्नत वेतनमान, वेतन निर्धारण, नव नियुक्त, स्थानांतरित शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को प्रथम वेतन भुगतान, अवशेषों की अनुमन्यता आदि के प्रकरणों को रिंकू आनंद द्वारा लंबित रखा जाता है और विद्यालयों के कर्मचारियों के माध्यम से अथवा सीधे शिक्षकों को फोन कर घूसखोरी के लिए संपर्क करता है। जिनकी डीलिंग हो जाती है वह प्रकरण तत्काल निस्तारित हो जाते हैं और जिनसे धन प्राप्त नहीं होता है वह महीनों लंबित रखे जाते हैं। जांच करने पर एक नहीं सैकड़ो इस तरह के प्रकरण रिंकू आनंद की अलमारी में मिल जाएंगे।
डॉ0 मिश्र ने बताया कि शिक्षाधिकारियों को प्रेषित शिकायती पत्र में महिला इंटर कॉलेज, काशीश्वर इंटर कॉलेज, लखनऊ मांटेसरी इंटर कॉलेज, अमीरुदौला इस्लामिया इंटर कॉलेज, गुरु नानक गर्ल्स इंटर कॉलेज चंदर नगर, शिया इंटर कॉलेज, आर्य कन्या इंटर कॉलेज, नारी शिक्षा निकेतन गर्ल्स इंटर कॉलेज, एपी सेन गर्ल्स इंटर कॉलेज, हरिचंद इंटर कॉलेज आदि विद्यालयों के प्रकरणों का उल्लेख किया गया है कि वह कितनी अवधि से घूसखोरी के लिए लंबित है। जांच में यह भी देखा जा सकता है कि एक विद्यालय के एक साथ आए प्रकरणों में में से कुछ को या बाद में आए उन प्रकरणों को जिनकी डीलिंग हो जाती है पहले निस्तारित कर दिया जाता है।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया की दिनांक 07 अक्टूबर को संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय पर आयोजित धरने में लखनऊ जनपद के शिक्षकों की अधिक से अधिक प्रतिभागिता सुनिश्चित करने के लिए जिला संगठन के पदाधिकारियों की टीमें विद्यालयों में जाकर शिक्षक और शिक्षिकाओं से संपर्क कर रही हैं और 05 अक्टूबर, 2024 तक संपर्क करती रहेगी।

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