वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान के तहत स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता के आदर्श वाक्य को आगे बढ़ाते हुए आज अलीगंज स्थित शबरी बस्ती में एक पब्लिक वर्कशॉप का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में बस्तीवासियों को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक और स्वच्छता को उनके दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के लखनऊ स्थित विभाग केंद्रीय संचार ब्यूरो तथा पत्र सूचना कार्यालय के द्वारा प्रतिभाग किया गया।
बस्तीवासियों ने ली स्वच्छता शपथ:
अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा बस्तीवासियों को स्वच्छता शपथ दिलाई गई। इस शपथ में उन्होंने बस्ती और अपने आस-पास के क्षेत्रों को स्वच्छ रखने का संकल्प लिया और स्वच्छता के महत्व को समझा।
कचरा प्रबंधन और प्लास्टिक के उपयोग में कमी पर जोर:
अधिकारियों ने वर्कशॉप के दौरान कचरा प्रबंधन के सही तरीकों, प्लास्टिक के उपयोग में कमी लाने और सार्वजनिक स्थानों की साफ-सफाई बनाए रखने के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्हें बताया गया कि कचरे का सही निपटान कैसे किया जा सकता है और प्लास्टिक की जगह वैकल्पिक सामग्रियों का उपयोग कैसे किया जा सकता है।
बस्तीवासियों को डस्टबिन भेंट:
कार्यक्रम के अंत में बस्तीवासियों को स्वच्छता बनाए रखने के लिए डस्टबिन भेंट किए गए। यह पहल इस उद्देश्य से की गई कि वे अपने घरों और बस्ती के कचरे का सही तरीके से निपटान कर सकें और अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखें। डस्टबिन भेंट करने के बाद बस्तीवासियों ने स्वच्छता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को और भी गंभीरता से लिया और कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
स्वच्छता जन-आंदोलनर, समाज के हर वर्ग की भागीदारी:
स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत पूरे देश में इसी प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, जिससे स्वच्छता को जन-आंदोलन के रूप में स्थापित किया जा सके। इस वर्कशॉप के माध्यम से बस्तीवासियों को यह संदेश दिया गया कि स्वच्छता किसी एक व्यक्ति या विभाग की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह समाज के हर व्यक्ति का कर्तव्य है।
स्वच्छता को दिनचर्या का हिस्सा बनाने की अपील:
समापन पर अधिकारियों ने बस्तीवासियों से अपील की कि वे स्वच्छता को केवल एक आदत नहीं, बल्कि जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएं। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल उनके स्वास्थ्य बल्कि पर्यावरण के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
प्रचार साहित्य का वितरण:
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी जन समुदाय को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की पाक्षिक पत्रिका न्यू इंडिया समाचार एवं वर्तमान केंद्र सरकार के 100 दिनों में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों, कार्यक्रमों, योजनाओं एवं उपलब्धियां से संबंधित प्रचार साहित्य का वितरण भी किया गया, ताकि उनको ज्ञान हो सके कि कौन-कौन सी योजनाएं और कार्यक्रम उन सभी लोगों के लिए चलाई जा रही हैं और वह उनका लाभ ले सकें।
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