वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
अयोध्या। जहाँ पूरे देश ही नहीं विश्व में भगवान श्रीराम की जन्मभूमि में मंदिर उद्घाटन व प्राण-प्रतिष्ठा का आयोजन सभी के लिए उत्साह का विषय बना हुआ है, वहीं जैनधर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान श्री ऋषभदेव सहित 5 तीर्थंकरों की जन्मभूमि होने के नाते अयोध्या में ही जैनधर्म के “बड़ी मूर्ति जैन मंदिर” के नाम से लगभग 6 एकड़ के विशाल प्रांगण में प्राचीन जिनमंदिरों के साथ नये 5 जिनमंदिरों का निर्माण भी चल रहा है।
मीडिया प्रभारी जीवन प्रकाश जैन ने बताया कि भगवान ऋषभदेव जन्मभूमि दिगम्बर जैन तीर्थ के पीठाधीश्वर रवीन्द्रकीर्ति स्वामीजी बताते हैं कि ऐसे भगवान ऋषभदेव और भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में चिरप्रतीक्षित श्री राम मंदिर के उद्घाटन का जब अवसर आया है, तो जैन समाज भी हर्ष से भावविभोर होकर आने वाले भक्तों के लिए अपने मंदिर परिसर में विशाल भंडारे का आयोजन कर रहा है। श्री दिगम्बर जैन अयोध्या तीर्थक्षेत्र कमेटी अयोध्या द्वारा यह भण्डारा प्राण प्रतिष्ठा के सम्पूर्ण आयोजन में दिनाँक 15 जनवरी से 24 जनवरी 2024 तक प्रतिदिन 5000 से भी अधिक भक्तों के लिए प्रातः 10 बजे से सायं 4 बजे तक चालू रहेगा। जिसमें आने वाले हर श्रद्धालु भक्त प्रसादी ग्रहण करने के लिए कमेटी द्वारा सादर आमंत्रित हैं।