वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार
लखनऊ। आगामी आंबेडकर जयंती के कंधे पर बंदूक चलाने की फिराक में है भाजपा, और इनके निषाने पर दलित युवा होंगे। इसके लिए मैराथन का आयोजन किया जा रहा है और इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी षिरकत करेंगे।
आंबेडकर जयंती के अवसर पर भाजपा अब दलित युवाओं को लुभाने के साथ ही पार्टी की विचारधारा और संगठन से जोड़ने के लिए मैराथन का आयोजन कर रही है। ताकि इसके जरिए भाजपा का दलित और ओबीसी युवाओं तक पहुंचा जा सके।
अंबेडकर जयंती (14 अप्रैल) पर राजनीतिक दलों में आंबेडकर को अपना बनाने की होड़ लगी हुई है। एक ओर जहां समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इटावा अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया है. वहीं, यूपी बीजेपी बाबासाहेब के नाम पर मैराथन आयोजित करने जा रही है। 13 अप्रैल को लखनऊ में बीजेपी संगठन द्वारा आयोजित होने वाले इस मैराथन की थीम एक भारत समरस भारत रखी गई है। लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम से 1090 चैराहे तक ये मैराथन आयोजित किया जाएगा, जिसके केंद्र में दलित और ओबीसी के बच्चे, युवा और मैराथन धावक होंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मैराथन जर्सी को लॉन्च किया है, इस प्रोग्राम में सीएम योगी भी शिरकत करेंगे।
बताते चलें कि प्रदेश के संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह लोकसभा चुनाव के बाद से ही दलित और ओबीसी के बीच पार्टी के विचारों को ले जाने और उनके मन से गलतफहमी दूर करने की कोशिश में जुटे हैं। भाजपा संगठन को ये मालूम है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी दलित और पिछड़ों में नेगेटिव बिगड़ जाने की वजह से पिछड़ गई थी, खासकर आरक्षण खत्म होने का सवाल, 69000 शिक्षकों की भर्ती का सवाल और संविधान बदलने का सवाल। इसके बाद से प्रदेश संगठन के कान खड़े हो गए और अब वह ऐसे हर नैरेटिव को ध्वस्त करने के लिए जुटा हुआ है लेकिन 69000 शिक्षकों की भर्ती का सवाल और संविधान बदलने का सवाल के मुद्दे आज भी जवलंतषील है।
