वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 17 सितम्बर। आज दिनाकः 17-09-2021 को प्रमेश कुमार शुक्ल, पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 के निर्देशन व उ0नि0 शैलेन्द्र कुमार के नेतृत्व में मु0आ0 चन्द्र प्रकाश मिश्र, मु0आ0 बरनाम सिंह, आरक्षी मुनेन्द्र सिंह, आ0कमाण्डो दयानन्द मिश्रा मय आरक्षी चालक अफजाल ने फर्जी प्रमाण-पत्रों के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति एंव साल्वर गैंग, परीक्षा केन्द्र का मैनेजमेण्ट व प्रतियोगी परीक्षाओं का रिजल्ट तैयार करने वाली कम्पनी से सांठ-गांठ कर टी0जी0टी0/पी0जी0टी0 व ज्म्ज् के माध्यम से भर्ती कराने वाले गिरोह के सरगना को साथियों सहित पिकप तिराहा थानाक्षेत्र विभूतिखण्ड, लखनऊ से प्रातः 08ः00 बजे गिरफ्तार किया। सरगना स्वंय भी जूनियर हाई स्कूल में रह चुका है फर्जी शिक्षक तथा उसका एक साथी प्राईमरी शिक्षक के रूप में कर रहा है कार्य। परीक्षा नियामक प्राधिकारी, प्रयागराज के कार्यालय के कर्मचारियों की मिली भगत के मिले प्रमाण।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-
1- राम निवास उर्फ राम भईया पुत्र ताले सिंह नि0 ग्रा0 भांडरी पो0 आमौर, थाना शिकोहाबाद, जनपद फिरोजाबाद हाल पता मकान नं0 276/सी, विजेन्द्र कालोनी, थाना शिकोहाबाद, जनपद फिरोजाबाद (फर्जी जू0हा0 स्कूल शिक्षक)
2- संजय सिंह पुत्र शिवनरायन सिंह, नि0 ग्राम चितरंजनपुर थाना गुरारू जिला गया बिहार व हाल पता 521 राहुल बिहार गली नं0 11 थाना विजय नगर जनपद गाजियाबाद (डाटा साफ्ट कम्प्यूटर सर्विसेज प्रा0लि0 का प्रोडक्शन मैनेजर)
3- रविन्द्र कुमार उर्फ रवि पुत्र बहादुर सिंह, नि0 बस्तिबाद सिकन्दरा, जनपद आगरा हाल पता मकान मालिक दीन दयाल ब्लॉक रामपुर लेटिहा, भाटपारानी, थाना देवरिया, स्थाई पता म0नं0 16 गुलाटर इन्क्ेलव, सिकन्दरा, आगरा (फर्जी शिक्षक प्राथमिक विद्यालय बनकटा देवरिया)
बरामदगीः-
1. मोबाइल फोन-08 अदद।
2. चैक बुक-04 अदद।
3. बियरर चेक-04 वर्क।
4. डेबिट कार्ड-04 अदद।
5. बिजनेस कार्ड-01 अदद।
6. क्रेडिट कार्ड- 03 अदद।
7. आधार कार्ड- 03 अदद।
8. इनकम टैक्स कार्ड-01 अदद।
9. वोटर आई0डी0 कार्ड-05 अदद।
10. पेन ड्राइव-07 अदद।
11. ड्राइवरिंग लाइसेन्स- 02 अदद।
12. पैन कार्ड-01 अदद।
13. पहचान पत्र-02 अदद।
14. मोहर-03 अदद।
15. पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ-25 अदद।
16. परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय से सम्बन्धित प्राईमरी अध्यापक का सत्यापन फार्म- 7 वर्क।
17. राम निवास द्वारा हस्तलिखित व टाइपसुदा टी0जी0टी0 परीक्षा के 34 कन्डीडेट की सूची।
18. टी0जी0टी0 परीक्षा से सम्बन्धित 26 कन्डीडेट की टाइपसुदा सूची।
19. हिसाब किता की डायरी-दो मीडियम व एक पॉकेट।
20. खण्ड शिक्षाधिकारी द्वारा दिनांक 16.01.2021 को जारी कारण बताओ नोटिस की मूल प्रति।
21. सैलरी स्लिप संजय कुमार- 01 वर्क।
22. एडमिट कार्ड मगध यूनिवर्सिटी बोधगया, बिहार- 13 अदद मय परीक्षा फाम।
23. बिहार लोकसेवा आयोग उत्तर पुस्तिका-01 अदद।
24. छंजपवदंस म्सपहपइपसपजल ब्नउ म्दजतंदबम ज्मेज ;न्ळद्ध 2021 ।चचसपबंजपवद थ्वतउ. 08 अदद।
25. ई-स्टैम्प कीमत 50 रूपया- 01 अदद।
26. मगध यूनिवर्सिटी बोधगया, बिहार मार्कशीट- 07 अदद।
27. मगध यूनिवर्सिटी परीक्षा फार्म भरा हुआ- 05 अदद।
28. आधार फार्म भरे हुए विभिन्न व्यक्तियों के-03 अदद।
29. परीक्षा नियंत्रक प्रार्थना-पत्र बोधगया यूनिवर्सिटी अभ्यर्थी माला कुमारी- 01 अदद।
30. मगध यूनिवर्सिटी बोधगया, बिहार मार्कशीट स्टेटमेन्ट- 13 अदद।
31. मगध यूनिवर्सिटी बोधगया, बिहार मार्कशीट स्टेटमेन्ट की छायाप्रति- 12 अदद।
32. मगध यूनिवर्सिटी बोधगया, बिहार बीएड द्वितीय वर्ष प्राप्तांक स्टेटमेन्ट- 06 अदद।
33. मगध यूनिवर्सिटी बोधगया, बिहार बीएड प्रवेश परीक्षा प्रवेश पत्र की छायाप्रति- 04 अदद।
34. बीएससी-2019 प्रथम वर्ष लाइनिंग कागज पर लिखे हुए विभिन्न रोल नम्बर संलग्नक- 06 वर्क।
35. छत्तीसगढ़ स्टेट ओपन स्कूल इग्जाम जून 2021, रोल लिस्ट विथ फोटो- 02 अदद।
36. बोर्ड ऑफ हाईस्कूल एण्ड इण्टरमिडिएट एजूकेशन यू0पी0 प्रयागराज अटेन्डेन्स चार्ट हाई स्कूल इग्जाम 2021 मय फोटो- 07 अदद।
37. इयर बड (ब्लूटूथ) इलेक्ट्रानिक डिवाइस- 01 अदद (एक जोड़ी)।
38. मगध यूनिवर्सिटी बोधगया, बिहार एलएलबी परीक्षा प्रवेश पत्र की मूलप्रति- 01 अदद।
39. मगध यूनिवर्सिटी बोधगया, बिहार बीए प्रथम वर्ष कालेज कोड व सेन्टर की छायाप्रति- 02 वर्क।
40. नगद रूपया- 2,50,000/-
41. खाते में फ्रीज करायी गयी धनराशि रू0 19,00,000/-
अभियुक्तों से पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि जनपद देवरिया मे विनय तिवारी व कुशीनगर मे मनीष यादव फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर प्राईमरी अध्यापक के रूप मे तैनात है, जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं मे अनुचित तरीके से अभ्यर्थियों को नियुक्त कराने का काम करते है। वर्ष 2016 मे हुयी 15000 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती हेतु रामनिवास ने इन्हे अपने 15 कैडिडेट दिये थे व प्रति कैडिडेट 06 लाख की दर से कुल 90 लाख रूपये भी दिये थे। इसके सभी 15 कैंडिडेटो की जनपद देवरिया मे इनके माध्यम से ज्वाइनिंग भी हो गयी परन्तु कुछ माह बाद उन्हे फर्जी रूप से नियुक्त बता कर निकाल दिया गया था, जिससे वे सभी रामनिवास पर पैसा वापसी का दबाव बनाने लगे। वर्ष 2017 मे 68500 व वर्ष 2018 मे 69000 प्राईमरी शिक्षको की भर्ती प्रक्रिया मे रामनिवास व रवीन्द्र ने अपने कैंडिडेट भर्ती कराने का पुनः प्रयास किया और अपने सभी कैडिडेट भर्ती भी करा दिया। इन दोनो वर्षा की प्राइमरी शिक्षको की चयन प्रक्रिया से सम्बन्धित समस्त विवरण विभाग की बेवसाइट पर उपलब्ध था, जिसे कोई भी देख सकता था। बेवसाइट देखने से यह पता चला कि कई अभ्यर्थी एैसे है जिनका वर्ष 2017 व 2018 दोनां मे चयन हुआ है तथा एक चयन प्रक्रिया मे उन्होने अपनी ज्वाईनिंग दे दिया तथा दूसरी चयन प्रक्रिया का पद रिक्त हो गया। रिक्त पद से सम्बन्धित नाम, पता, मार्कशीट आदि नेट से डाउनलोड कर प्रिन्ट करा लिया तथा उक्त नाम पते वाले व्यक्ति का फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आई0डी0 कार्ड व शैक्षिक दस्तावेज उसने अपने साथी नीरज जो प्राईमरी अध्यापक है तथा शिकोहाबाद मे तहसील तिराहे पर शिवम फोटो के नाम से दुकान चलाने वाले छोटू की मदद से तैयार करा लिया। उक्त प्रपत्रों पर फोटोग्राफ अपने कैडिडेट की चस्पा करायी जिसको प्राईमरी शिक्षक के रूप मे नियुक्त कराना था। इस प्रकार रामनिवास ने अपने साथी रवीन्द्र कुमार की मदद से जनपद हरदोई मे 09, इटावा मे 10, अमेठी मे 05, गोण्डा मे 01, बलरामपुर मे 01, औरैया मे 01, जालौन मे 09, श्रावस्ती मे 08 तथा सीतापुर, हाथरस व प्रयागराज जनपदो मे लगभग 100 से अधिक प्राथमिक शिक्षकों को फर्जी रूप से नियुक्त कराया और करोड़ों रूपये कमाये। विभिन्न वर्षो मे नियुक्त फर्जी शिक्षकों का सत्यापन नियुक्ति जनपदों द्वारा परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के स्तर से कराया जा रहा था। फर्जी शिक्षकों को बेसिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट व अन्य माध्यमों से चिन्हित कर सत्यापन प्रक्रिया को रामनिवास द्वारा सुलभ बनाते हुये सम्बन्धित फर्जी शिक्षकों से काफी धनराशि वसूली गयी। इस कृत्य मे परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के लिपिक नरेन्द्र कन्नौजिया से सांठ-गांठ कर सत्यापन प्रक्रिया पूर्ण करायी, जिसके बदले लिपिक नरेन्द्र ने प्रति कैंडिडेट 50 हजार रूपये राम निवास से नकद व खाते के माध्यम से प्राप्त किये। इस कार्य मे परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय प्रयागराज के कई अन्य कर्मियों से भी सहयोग लेता रहा। इसके अतिरिक्त ज्ळज्ध्च्ळज् परीक्षा की आन्सर-की के माध्यम से भी अपने कई कैंडिडेट को इन परीक्षाओं मे पास करवाया। अपने साथी नीरज की मदद से साल्वर बैठा कर भी कुछ कैंडिडेट पास कराये। वर्ष 2021 मे हुई ज्ळज्ध्च्ळज् परीक्षा मे अधिक सख्ती होने के कारण आन्सर-की के माध्यम से व साल्वरों के माध्यम से अपने कैंडिडेट का काम नही करा सका। राम निवास के साथीन रवीन्द्र ने उसकी मुलाकात डाटा साफ्ट कम्प्यूटर सर्विसेज प्रा0लि0, दिल्ली के मैनेजर संजय सिंह से करायी, जिन्होने ज्ळज्ध्च्ळज् परीक्षा वर्ष 2021 मे प्रतिभाग करने वाले अपने कैंडिडेट की सूची देने को कहा तथा यह भी बताया कि इन परीक्षाओं का रिजल्ट तैयार करने वाली कम्पनी के लोगों से उनके सम्बन्ध हैं, इसलिए ओ0एम0आर0 शीट चाहे खाली अथवा भरी हों दोनों स्थितियों मे मैनेज कर रिजल्ट मे पास करवा देंगे। रामनिवास द्वारा व्हाट्सअप के माध्यम से 34 ज्ळज् कैडिडेट की सूची रवीन्द्र सिंह के माध्यम से संजय को भेजी गयी तो उसने बताया कि इसमे से मात्र 26 कैडिडेट ही हो सकते है, अतः संशोधित सूची भेजने को कहा। 26 कैडिडेट की सूची भेजने के बाद दिल्ली मे संजय से कई बार मुलाकात होने पर प्रति कैडिडेट 07 लाख की दर से उनके द्वारा पैसे की मांग की गयी। 05 लाख रूपये एडवांस रामनिवास द्वारा देने पर दिनांक 17-09-2021 को लखनऊ मे संजय द्वारा मिलने व इन्फोलिंक कम्पनी के किसी अधिकारी से मुलाकात कराने की बात कही गयी थी, इसी क्रम मे यह लोग आज पिकअप तिराहा गोमतीनगर पर एकत्र हुये थे और पकड़ लिये गये।
पूछताछ के क्रम में प्रकाश में आये अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।
उक्त अभियुक्तों के विरूद्ध थाना विभूतिखण्ड, कमिश्नरेट, लखनऊ में मु0अ0सं0 493/2021 धारा 419/420/467/468/471/259/260 भादवि व 66डी आई0टी0 एक्ट का अभियोग पंजीकृत कर अग्रेतर कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही हैं।