– लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर प्रवर्तन जोन-2 एवं जोन-7 की टीम ने की कार्यवाही
वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर शहर में अवैध निर्माण के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के क्रम में सोमवार को प्रवर्तन टीम ने सुशांत गोल्फ सिटी व चैक क्षेत्र में कार्यवाही की। इस दौरान अवैध रूप से निर्मित किये जा रहे पांच व्यावसायिक निर्माण व एक आवासीय निर्माण को सील किया गया।
प्रवर्तन जोन-2 के जोनल अधिकारी अतुल कृष्ण सिंह ने बताया कि ए0के0 पाण्डेय व अन्य द्वारा सुशांत गोल्फ सिटी थानाक्षेत्र के सरसवां में साईंदाता रोड पर तुलसी विहार कालोनी गेट के सामने लगभग 2500 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखण्ड पर आवासीय निर्माण कराया जा रहा था। वहीं, परीदीन व अन्य द्वारा नीलमथा के विजय नगर में कामाख्या कालोनी के मोड़ पर लगभग 250 वर्गमीटर क्षेत्रफल के भूखण्ड पर व्यवसायिक निर्माण कराया जा रहा था। प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराये बिना अवैध रूप से किये जा रहे इन दोनों निर्माण कार्यों के विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए सीलिंग के आदेश पारित किये गये थे। जिसके अनुपालन में अवर अभियंता एस0के0 सिंह, विपिन बिहारी राय व ऋतुपाल द्वारा पुलिस बल के सहयोग से इन्हें सील कर दिया गया ।
पुनः निर्माण शुरू करने पर सीलिंग की कार्यवाही:
इसके अलावा सुबेदार सिंह व अन्य द्वारा सरसवां में साईंदाता रोड पर अहिमामऊ पुलिस चैकी के सामने लगभग 140 वर्गमीटर क्षेत्रफल में, उत्कर्ष शुक्ला द्वारा अहिमामऊ पुलिस चैकी के सामने लगभग 3200 वर्गफिट क्षेत्रफल पर कॉम्पलेक्स और विशाल शुक्ला व अन्य द्वारा सरसवां में साईंदाता रोड पर लगभग 300 वर्गमीटर क्षेत्रफल में व्यावसायिक निर्माण कराया जा रहा था । मानचित्र स्वीकृत कराये बिना किये जा रहे इन निर्माण कार्यों के विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए पूर्व में सील कराया गया था। वर्तमान में विपक्षियों द्वारा स्थल पर चोरी-छुपे निर्माण कार्य कराया जा रहा था। जिसके खिलाफ कार्यवाही करते हुए तीनों बिल्डिंगों को पुनः सील कर दिया गया ।
चैक के नक्खास में दुकान सील प्रवर्तन जोन-7 के जोनल अधिकारी संजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि मोहम्मद फैज पुत्र जमाल द्वारा चैक के नक्खास मार्केट में दुकान नंबर – 42 में अवैध रूप से निर्माण कार्य किया गया था। जिसके विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए दुकान को सील करने के आदेश पारित किये गये थे। जिसके अनुपालन में प्रवर्तन टीम द्वारा परिसर को सील कर दिया गया।