वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। महीनों के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एक्शन मोड में दिखे हैं। स्वास्थ्य विभाग में बड़ी कार्रवाई की गई है। कर्तव्यों के प्रति लापरवाही, ड्यूटी से लगातार गैरहाजिर एवं उच्चादेशों की लगातार अव्हेलना के चलते प्रदेश में 26 चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। उन्हें एक माह का नोटिस देते हुए, शासकीय सेवा से तत्काल बर्खास्त करने के निर्देश उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को दिए हैं। डिप्टी सीएम का कहना है कि चिकित्सीय कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का कहना है कि प्रदेश की जनता को उच्च कोटि की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इनमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिन चिकित्सकों को बर्खास्त करने के निर्देश जारी किए गए हैं, उनमें कोंच, जालौन के डॉ. प्रशांत पाठक, बरेली के डॉ. इमरान खान एवं डॉ. सुरभि गुप्ता, मैनपुरी के डॉ. अनुज कुमार, डॉ. राजकुमार, कालपी, जालौन के डॉ. यासमून अख्तर सिद्दिकी, सिद्धार्थनगर के डॉ. प्रवीन आनंद, डॉ. नेहा सिन्हा, डॉ. ज्योत्सा ओझा, ललितपुर के डॉ. शुभांशु शिवहरे, डॉ. विवेक कुमार गौतम, डॉ. मोहम्मद हासिम, बलिया के डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. पूजा सिंह, बस्ती के डॉ. आमोद कुमार सरोज, मैनपुरी के डॉ. मोहम्मद सलीम, रायबरेली के डॉ. धीरेंद्र कुमार, डॉ. प्रियंका सोनी, डॉ. शुभेंद्र कुमार मौर्या, मथुरा के डॉ. त्रिशाला भदकारिया (पैथॉलोजिस्ट), डॉ. अभय गर्ग, सिरसागंज, फिरोजाबाद के डॉ. अमित कुमार सिंह, फिरोजाबाद के डॉ. अनुज कुमार गौतम, संजीव कुमार, डॉ. हिमांशी सागर एवं डॉ. सृष्टि सिंह शामिल हैं।
दंत शल्यक पर कार्रवाई: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पयागपुर, बहराइच में तैनात दंत शल्यक डॉ. पूनम पाल को भी बिना सूचना अनुपस्थित रहने, अनुशासनहीनता एवं उच्चादेशों की अव्हेलना करने हेतु बर्खास्त किए जाने के निर्देश दिए हैं।
आरोप पत्र निर्गित करने के निर्देश :
लखनऊ। छह चिकित्साधिकारियों, जिनमें सहारनपुर में तैनात डॉ. प्रवेश कुमार भाटिया, बहराइच के डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव, बरेली के डॉ. अमित कुमार, डॉ. दिव्या गौड़ एवं डॉ. शशांक वर्मा, साथ ही शाहजहांपुर के डॉ. रिजवान अहमद खान को उनके द्वारा शासकीय दायित्वों के प्रति लापरवाही बरतने हेतु आरोप पत्र तत्काल निर्गित किया गया।
दो-दो वेतन वृद्धियां रोकी:
तीन चिकित्साधिकारियों द्वारा अपने चिकित्सकीय दायित्वों के निर्वाहन में लापरवाही पर उनकी दो-दो वेतन वृद्धियां दो वर्ष के लिए रोक दी गई हैं। इनमें फिरोजाबाद के डॉ. मनीषा अग्रवाल, बागपत के डॉ. समीर गुप्ता तथा कानपुर देहत के डॉ. शिल्पी सोनकर शामिल हैं। डॉ. शिल्पी सोनकर की दो वेतन वृद्धियां दो वर्षों तक रोकने के दंड के साथ परिनिंदा प्रविष्टि भी दी गई है।