वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 2 सितम्बर। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चैधरी ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी उ0प्र0 लखनऊ को पत्र लिखकर घोसी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के उपनिर्वाचन में भाजपा सरकार द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं की ओर उनका ध्यान आकर्षित करते हुए तत्काल प्रभावी कार्यवाही किये जाने की मांग की है।
श्री चैधरी ने कहा कि घोसी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का उपनिर्वाचन-2023 में मतदान के दिन मतदान स्थल पर उपलब्ध रहने वाली मतदाता सूची में प्रदेश सरकार के मंत्रियों के इशारे पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बड़ी संख्या में मतदाता सूची से नाम काटने, मतदाताओं का नाम दूसरी सूची में डालने एवं मतदाताओं के फोटो बदलने की साजिश की जानकारी कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों द्वारा दी जा रही है। निर्वाचन क्षेत्र के अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में सपा समर्थक मतदाताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है। जिसमें नईमुलरहमान, अंसार प्रधान, कारी हरीबुलरहमान निवासीगण ग्राम पारा, नसीर अहमद ग्राम बासा, करार हुसेन, इश्तियाक अहमद निवासीगण ग्राम बासा के समरसेबुल, पानी की टंकी एवं घरों के पाईप तोड़ दिये गये और रफीक कम्प्यूटर की दुकान से पुलिस जबरन लैपटाप लेकर चली गयी। अदरी अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र में 29 अगस्त की शाम को पुलिस कप्तान ने अपने सैकड़ों पुलिस कर्मियों के साथ फ्लैगमार्च करते हुए दहशत का माहौल बनाया और जोर-जोर से नारेबाजी भी किया।
श्री चैधरी ने कहा कि पुलिस चेकिंग के नाम पर मस्जिद एवं मदरसों में जूते पहनकर अंदर प्रवेश कर रहे हैं जिससे लागों में जनआक्रोश का माहौल बना हुआ है। ज्ञापन के अनुसार इसी प्रकार नगर पंचायत कोपा में पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रचार से रोकने के लिए पुलिस द्वारा डराया, धमकाया जा रहा है। इसी क्रम में अनिल मास्टर एवं उनके तीन चार साथियों को प्रचार करते वक्त जबरन थाने में बंद कर दिया गया जिससे चुनाव प्रभावित हो रहा है। स्वतंत्र, निष्पक्ष, भयमुक्त चुनाव कराने के लिए आदर्श आचार संहिता का कड़ाई के साथ पालन कराना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी से समाजवादी पार्टी ने मांग की हैं कि निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के मंत्रियों, नेताओं द्वारा पैसा बांटने और शराब बांटने पर रोक लगाने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए और अल्पसंख्यक बाहुल्य वालों क्षेत्रों में दहशत फैलाने वाले अधिकारियों और पुलिस कर्मियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाए और स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्भीक चुनाव सम्पन्न हो सके। ज्ञापन के.के. श्रीवास्तव एवं राधेश्याम सिंह द्वारा सौंपा गया।
