वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 16 नवंबर। दोस्ती सप्ताह के अंतर्गत चाइल्डलाइन लखनऊ ने श्रम विहार बस्ती के बच्चों को संयुक्त कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी, डी.सी.पी. महिला अपराध रुचिता चौधरी, अपर पुलिस अधीक्षक1090 वीरेन्द्र कुमार से मिलवाया । सभी उच्च अधिकारियों को बच्चों ने चाइल्डलाइन दोस्ती का मोमेंटो देकर उनका स्वागत किया । सभी उच्च अधिकारियों से मिलकर बच्चे बहुत खुश हुए और उनसे बात भी की । संयुक्त कमिश्नर को बच्चों ने अपने भविष्य के सपने के बारे में बताया की वो बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं । डी.सी.पी. महिला अपराध ने बच्चों के लिये सन्देश दिया कि आप सभी बच्चे ख़ूब पढ़े, खेले, अपने बड़ो का सम्मान और छोटों से प्यार करें, सभी को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनायें भी दी ।
केंद्र समन्वयक कृष्ण प्रताप शर्मा ने बताया कि चाइल्डलाइन लखनऊ द्वारा बस्ती के बच्चों को अपर पुलिस अधीक्षक के कार्यालय ले जाकर मुलाकात और दोस्ती कराई । अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सपना, संजना, आराध्या, जीनत, मिथुन, श्वेता, शमा के साथ-साथ से मिलकर और उनके निर्मल बाल सुलभ विचार सुनकर प्रसन्नता व्यक्त की, चाइल्डलाइन टीम द्वारा कठिन परिस्थितियों में बच्चों की जिस प्रकार मदद करती है, उन कार्यों की सराहना भी की । कार्यक्रम में चाइल्डलाइन सलाहकार संगीता शर्मा, केंद्र समन्वयक कृष्ण प्रताप शर्मा, काउंसलर वर्षा शर्मा, सदस्य नवीन कुमार, ज्योत्सना , सरिता, पारुल, अभयदीप श्रीवातव व बचपन बचाओं आन्दोलन से सूर्य प्रताप मिश्रा ने भी सहभागिता की ।
संयुक्त टीम द्वारा 13 बच्चों को बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त कराया गया –
वही दूसरी ओर मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार पाण्डेय ने चाइल्डलाइन लखनऊ, वन स्टॉप सेंटर लखनऊ, जिला बाल संरक्षण इकाई लखनऊ व एंटी ह्यूमन ट्रेफिकिंग यूनिट को निर्देशित किया कि जनपद में बालक/बालिकाओ से कराये जा रहे भिक्षावृत्ति/ करतब दिखाकर आमदनी प्राप्त करने से संबंधी कार्य करवाये जा रहें ।
उन सभी बच्चों को विश्व बाल अधिकार सप्ताह के अंतर्गत बाल अधिकारों का संरक्षण, बाल भिक्षावृत्ति / करतब से मुक्ति हेतु एक सप्ताह अभियान चलाना हैं। आलमबाग व कृष्णा नगर थाने क्षेत्र के अंतर्गत 13 बच्चों को संयुक्त टीम चाइल्डलाइन से विजय पाठक, ब्रिजेन्द्र शर्मा, स्वयंसेवक शिप्रा, सुष्मिता, ए.एच.टी.यू. से राम बदन, वन स्टाप सेंटर से प्रभारी अर्चना सिंह व सामाजिक कार्यकर्त्ता सावित्री, पूजा ने बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त कराया । बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया, बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार 5 बच्चों की घरवापसी की गई और 8 बच्चों को अस्थाई रूप से वन स्टाप सेंटर में आश्रय दिलाया गया, जिन बच्चों को बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त कराया गया सभी की वन स्टाप सेंटर में काउंसिलिंग की जानी है ।