वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। आल आशा एवं आशा कार्यकर्ती सेवा समिति के पदाधिकारियों ने बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक से मिलकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया। संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक आशीष तिवारी ने स्वास्थ्य मंत्री से कहा की आशा एवं आशा संगिनी स्वास्थ्य विभाग की रीड की हड्डी है। प्राथमिक स्तर पर स्वास्थ्य विभाग सारा कार्य आशा एवं आशा संगिनी द्वारा करवाया जाता है, जबकि इसके सापेक्ष इनको मामूली प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है वह भी नौकरशाही की भेंट चढ़ जाती है। आशीष तिवारी ने स्वास्थ्य मंत्री से कहा कि जो प्रोत्साहन राशि 2006 में थी वही प्रोत्साहन राशि आज भी प्रदान की जाती है जबकि महंगाई कई गुना बढ़ चुकी है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष पुष्पा तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना जो आंगनबाड़ियों को दे दिया गया है वह पुनः एवं आशा संगिनी को वापस किया जाए। यह कार्य 2017 से आशा एवं संगिनी बहनें करती आ रही हैं और आशा एवं आशा संगिनी को एक मुक्त मंडे दिया जाए व प्रोत्साहन राशि को 2 गुना किया जाए। मनीष यादव ने बताया संगति जिनको महीने में 24 दिनों का कार्य दिया जाता है उसे बढ़ाकर 30 दिनों का किया जाए तथा सम्मानजनक वेतन दिया जाए तथा संगिनी बहनों का कार्य क्षेत्र बहुत बड़ा होता है, इसलिए इनको इलेक्ट्रिक स्कूटी प्लान किया जाए। वे बहनें जो आशा एवं आशा संगिनी के पद पर कार्यरत थी बीमारी अथवा दुर्घटना की वजह से उनकी असम में मृत्यु हो गइर्, उनके परिवार के योग्य परिवार को आर्थिक मुआवजा दिया जाए तथा आशा की नियुक्ति में उनके परिवार के योग्य सदस्य को वरीयता दी जाए। आशा एवं आशा संगिनी के रिटायरमेंट के समय उनका कम से कम 10 लाख रुपए दिए जाएं जिससे वह अपना शेष जीवन सम्मान के साथ जी पाए।
आशा एवं संगिनी बहनों को जो प्रोत्साहन राशि दी जाती है वह किस माह का भुगतान हुआ जानकारी नहीं मिल पाती अतः उनको पर रसीद प्रदान की जाए। सभी आशा एवं आशा संगिनी बहनों को निशुल्क 10 लाख तक का दुर्घटना बीमा दिया जाए नंबर दो 2006 से अभी तक अपना अमूल्य समय दे चुकी आशा एवं संगिनी बहनों को पेंशन योजना का लाभ दिया जाए।
स्वास्थ्य मंत्री ने संगठन की बात सुनी और उन्होंने भरोसा दिलाया के संगठन की सारी मांगों को सरकार गंभीरता से ले रही है और बहुत जल्द ही आशा एवं आशा संगीनियों को खुशखबरी मिलेगी। इस मौके पर प्रदेश के पदाधिकारी उषा पटेल, संध्या सिंह, किरण कुमार, पूनम, उषा सिंह और कई आशाएं उपस्थिति रही।
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