वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। कवि अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज व सरकार को दिशा दिखाते हैं। सरकार के कार्यों को कसौटी पर परखते हैं। वे शब्दों के माध्यम से समाज की भावनाओं, चिंताओं और आशाओं को अभिव्यक्ति देते हैं। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ये बातें शुक्रवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में संस्कृति विभाग और हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा महाकुंभ प्रयागराज के अंतर्गत आयोजित तीन दिवसीय कवि कुंभ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन महाकुंभ-2025 के प्रारंभ होने में कुछ माह शेष हैं। इसमें देश-विदेश से आए हुए धार्मिक पर्यटकों, श्रद्धालुओं को सुखद अनुभव देने में कवि-साहित्यकारों की महती भूमिका रहेगी। इससे महाकुंभ-2025 की भव्यता व दिव्यता और बढ़ जाएगी। कुंभ में देश-दुनिया से लगभग 25 करोड़ श्रद्धालुओं का आगमन हुआ था। महाकुंभ-2025 में लगभग 50 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने का अनुमान है।यह मानवता के मिलन का स्थल है, जहां विभिन्न मत, पंथ और संस्कृतियांे के लोग एकत्र होकर विश्व को प्रेम, शांति और भाईचारे का संदेश देती हैं। यह कवि कुंभ हमें हमारी समृद्ध साहित्यिक बिरासत को याद दिलाता है।
इस दौरान कवि डॉ. हरिओम पवार ने कहा कि सरकार की ओर से कवि कुंभ जैसा बड़ा आयोजन किया जा रहा है, जिसमें लगभग साढ़े चार सौ कवि हिस्सा ले रहे हैं। इसके लिए अलावा हिंदी साहित्य अकादमी के अध्यक्ष सौरभ जैन, डॉ. अनामिका जैन अंबर ने भी संबोधित किया।
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