वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। मुजफ्फरनगर स्थित ऐतिहासिक एवं पौराणिक धार्मिक स्थल शुकतीर्थ के आस-पास सौन्दर्यीकरण एवं बुनियादी सुविधायें सुलभ कराने के लिए 54.58 करोड़ रूपये की लागत से विभिन्न कार्य कराये जायेंगे। इस धनराशि से गंगा किनारे नया घाट, पर्यटक सुविधा केन्द्र और पहले से बनाये गये पार्किंग स्थल का जीर्णोद्धार किया जायेगा। इस धाम को जाने वाले मार्ग पर प्रासंगिक कलाकृतियां उकेरी जायेंगी। इन कार्यों को शुरू करा दिया गया है। इससे श्रद्धालुओं एवं आगन्तुकों को व्यवस्थित ढंग से दर्शन पूजन करने के साथ-साथ ठहरने आदि का अवसर प्राप्त होगा। यह जानकारी आज बुधवार को पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि शुकतीर्थ को लेकर मुजफ्फरनगर जनपद के आसपास के लोगों मंे काफी आस्था है। समय-समय पर यहां लोग दर्शन एवं पूजन के लिए आते रहते हैं। गंगा के किनारे स्थित होने के कारण इसकी महत्ता और बढ़ जाती है। कहा जाता है कि श्रीमद्भागवत की कथा जिस स्थल पर पहली बार सुनाई गयी थी, वह यही स्थल है। उन्होंने बताया कि यहां श्रद्धालु कथा सुनने के अलावा शुकतीर्थ के परिसर में अवस्थित विशाल वट वृक्ष के दर्शन और मोक्ष दायनी गंगा में स्नान के लिए बड़ी संख्या में आते हैं। कहा जाता है कि यह विशाल वट वृक्ष पौराणिक काल का है। उन्होंने कहा कि अपनी सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक विरासत को बनाये रखने के लिए आस्था से जुड़े धर्म स्थलों को नये सिरे से सजाया और संवारा जा रहा है। इसी क्रम में शुकतीर्थ को पर्यटन तथा धार्मिक दृष्टि से श्रद्धालुओं के लिए नया रूप दिया जा रहा है। पर्यटन मंत्री ने बताया कि प्रमुख मेला एवं त्योहार के अलावा सामान्य दिनों में भी यह स्थल भक्तिमय माहौल से सरोवार रहता है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 21.25 करोड़ रूपये की लागत से टूरिस्ट फैसेलटी सेंटर और पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है। सेंटर के अलग-अलग तल पर आगन्तुकों के लिए सुविधायुक्त कमरे बनाये जायेंगे। इसके बेसमेन्ट में 45 कार पार्किंग के साथ टीएफसी के पीछे 12 बसों के लिए पार्किंग तैयार की जायेगी। इसके अलावा 20 करोड़ रूपये की लागत से गंगा किनारे 240 मी0 लम्बे और 30 मी0 चैड़े घाट का निर्माण किया जायेगा।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि यहां आरती स्थल, चेजिंग रूम, बैठने की व्यवस्था की भी सुविधा होगी। लगभग साढ़े छः करोड़ की लागत से धाम तक जाने वाले मार्गों का विकास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां म्यूरल, साइनेज लगाने के साथ विभिन्न कलाकृतियां बनाई जाएंगी। इसके अलावा, पाथवे, बेंचेज, डस्टविन, हार्टिकल्चर, पार्किंग आदि का भी निर्माण किया जाएगा। लगभग सात करोड़ रुपए की लागत से पूर्व निर्मित दो पार्किंग का विकास किया जाएगा। घाट के कुछ स्थानों पर आरती स्थल, व्यू प्वाइंट, सीढ़ी बनाई जाएगी। नदी के दूसरी ओर स्टेच्यू, सेल्फी प्वाइंट, इंट्री गेट, ब्रिज का मरम्मत किया जाएगा।
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