– हमारा प्रयास होगा कि समूहों की भी अलग-अलग ड्रेस हो – केशव प्रसाद मौर्य
वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आज इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत स्वयं सहायता समूहों के मेगा बैंक क्रेडिट लिंकेज कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस दौरान श्री मौर्य ने 44 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों को कैश क्रेडिट लिंकेज धनराशि रू 500 करोड़ प्रदान किया।उपमुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली समूहों की दीदियों , बैंकर्स व उपायुक्त स्वत: रोजगार व जिला मिशन प्रबंधको को प्रशस्ति पत्र वितरित कर उनका उत्साहवर्धन किया।
उपमुख्यमंत्री ने समूहों की दीदियों में जहां नये उत्साह व नई ऊर्जा का संचार किया, वहीं उनमे आगे बढ़ कर कार्य करने का जज्बा भी पैदा किया। कहा कि महिलायें सक्षम और सशक्त हो जाएगी, तो देश, दुनिया में नंबर एक पर पहुंच जाएगा और इस दिशा में महिलाएं तेजी से कदम आगे बढ़ा रही हैं और डबल इंजन सरकार उन्हें भरपूर सहयोग भी प्रदान कर रही है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हर तीन परिवार में लगभग एक परिवार स्वयं सहायता समूहों से जुड़ा है। हमे समूहों को और अधिक मजबूत ,सक्षम व समर्थ बनाकर उन्हें स्वावलम्बी व आत्मनिर्भर तो बनाना ही है , और महिला शक्ति को मजबूत कर देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। उन्होंने समूहों के उत्पाद की ब्रांडिंग व बिक्री के लिए एक सेल गठन जरूरत बताई। कहा कि समूहों की उत्पादित सामग्री के विपणन के लिए उन्हें सरकारी स्थान तो उपलब्ध कराने का प्रयास किया ही जा रहा है, उनका प्रयास रहेगा कि
बड़े मालों ( बिग बाजार)में भी समूहों की उत्पादित सामग्री की बिक्री के लिए स्थान आरक्षित कराया जाए। कहा कि मा० प्रधानमंत्री जी ने देश की 2करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाये जाने का आह्वान किया गया है और लखपति दीदी बनाने में उत्तर प्रदेश अग्रणी भूमिका निभा रहा है। कहा कि जिस क्षेत्र में भी संभावना है, उसमें समूहों को जोड़ा जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि बी सी सखियों की भांति समूहों की भी अलग-अलग ड्रेस हो जाय। महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार के सार्थक प्रयासों की चर्चा करते हुए कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम नारी शक्ति को मजबूत करने का सफल माध्यम बनेगा। उन्होंने महिला सशक्तिकरण के लिए बैकर्स द्वारा किये जा रहे सहयोग के लिए बैंकर्स की सराहना की।
इस अवसर प्रदेश के विभिन्न जिलों के स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री के स्टाल लगाए गए, जिनका उपमुख्यमंत्री ने फीता काटकर उद्घाटन किया और प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने कहा कि विगत 6वर्षो में ग्राम्य विकास विभाग में बहुत अच्छे कार्य हुये है और कई नये प्रयोग किये गये हैं, समूहों की गतिविधियों से न केवल आर्थिक मजबूती मिल रही है, बल्कि समाज के सभी इन्डीकेटर्स को मजबूत आधार मिल रहा है।
मिशन निदेशक, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, श्रीमती दीपा रंजन ने राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की विभिन्न गतिविधियों, व उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समूहों से जुड़ी महिलाओं ने समाज को एक नई दिशा प्रदान की है।