वेबवार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अनुराग वर्मा
लखनऊ 19 नवम्बर। आर. एल. डी. के राष्ट्रीय संयोजक अनुपम मिश्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों काले कृषि क़ानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा को किसानों के संघर्ष की विजय बताते हुए कहा कि 600 से अधिक किसानों की शहादत और 350 से अधिक दिनों से खुले आसमान के नीचे जाड़ा, गर्मी और बरसात को झेलने वाले किसानों के हौसले को सरकार कुचलने में कामयाब नहीं हो पाई। प्रधानमंत्री के गृह राज्य मंत्री के बेटे ने किसानों को अपनी गाड़ी के नीचे कुचल कर मार डाला पर आप और आपकी प्रदेश सरकार ने हर संभव कोशिश की उन्हें बचाने की किन्तु वहाँ भी सत्य को आपकी सत्ता की ताक़त रौंद नहीं पायी।
अनुपम मिश्रा ने कहा कि भाजपा के नेताओं ने किसानों का अपमान करते हुए उन्हें आतंकवादी, गुंडे, देशद्रोही, उपद्रवी कहा, प्रधानमंत्री ने खुद किसानों को आंदोलनजीवी कहा पर उनके हौसले को तोड़ नहीं सके। सरकार पर हमलावर अनुपम मिश्रा आज जमकर बरसे और सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि निहत्थे किसानों पर लाठियाँ और गोलियाँ बरसायीं गईं, उन्हें गिरफ़्तार किया गया,यातनाएँ दी गई पर आप उन्हें तोड़ नहीं सके।
अब जब चुनाव में हार दिखने लगी तो आपको अचानक इस कृषि क़ानूनों की सच्चाई समझ में आने लगी, यह देश किसानों ने बनाया है, यह देश किसानों का है, किसान ही इस देश का सच्चा रखवाला है और कोई भी सरकार किसानों के हित को कुचलकर इस देश की सत्ता नहीं चला सकती। उन्होंने कहा कि सरकार की नियत और बदलते हुए रुख़ पर विश्वास करना मुश्किल है इसलिए किसानों को यह आंदोलन तब तक जारी रखना चाहिए जब तक कि यह अंतिम रूप से रद्द न हो जाए। अनुपम मिश्रा ने कहा कि किसान की सदैव जय होगी।
Check Also
इन्दिरा जी के देश के विकास में योगदान को कभी भी विस्मृत नहीं किया जा सकता: प्रमोद तिवारी, सांसद
वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा लखनऊ। भारत-रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी की …