– जब फसाद शुरू हुआ तो एक अधिकारी दुकान में छिपकर क्यों बैठ गया?
– मुख्यमंत्री ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की तैयारी की।
वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। बहराइच में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी गई है। इसको लेकर सीएम ने डीजीपी प्रशांत कुमार, ADG LO अमिताभ यश, ACS HOME दीपक कुमार और Home Secretory संजीव गुप्ता को बुलाकर पूरी जानकारी ली है। सीएम ने बहराइच मामले पर आधे घंटे तक चली बैठक में विस्तार से जानकारी ली।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बहराइच दंगे को लेकर विस्तृत रिपोर्ट सौंपी गई। इस दौरान बैठक में डीजीपी प्रशांत कुमार, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश, एसीएस होम दीपक कुमार और होम सेक्रेटरी संजीव गुप्ता मौजूद रहे। लगभग आधे घंटे तक चली इस बैठक में मुख्यमंत्री ने बहराइच में हुए दंगे और उस दौरान बरती गई लापरवाहियों पर अधिकारियों से गहन जानकारी ली।
रिपोर्ट में यह बताया गया है कि दंगे के दौरान पुलिस अफसर दंगों को नियंत्रित करने में असफल क्यों रहे, साथ ही यह भी बताया गया है कि घटनास्थल पर देर से पहुंचने वाले अधिकारी कौन थे और मौके से पुलिस फोर्स लेकर कुछ अधिकारी 2 किलोमीटर दूर क्यों खड़े थे? एक अहम सवाल यह भी था कि जब फसाद शुरू हुआ तो एक अधिकारी दुकान में छिपकर क्यों बैठ गया? मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया गया कि बहराइच के मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में दंगे के दौरान पुलिस फोर्स पर्याप्त नहीं था। इस पर सवाल उठाए गए कि क्या पहले से सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए थे, और अगर थे तो उन्हें सही तरीके से लागू क्यों नहीं किया गया?
अमिताभ यश ने बहराइच दौरे के दौरान की स्थिति का ब्योरा मुख्यमंत्री को दिया। उन्होंने बताया कि दंगे के दौरान वहां के हालात कैसे थे और क्या कदम उठाए गए। उनके द्वारा दिए गए इनपुट के आधार पर मुख्यमंत्री ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की तैयारी की है। मुख्यमंत्री को बहराइच में पीडब्ल्यूडी द्वारा लगाए गए नोटिस और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के इंतजाम के बारे में भी जानकारी दी गई। बैठक के बाद यह संकेत मिले हैं कि अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो सकती है।