वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 01 अगस्त। वर्ल्ड ORS जागरूकता सप्ताह विगत 25 जुलाई से चलाया जा रहा है जिसका समापन वृहद स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम के साथ सिंगापुर माल निकट स्थित बस्ती गोमतीनगर में किया गया। चाइल्डलाइन लखनऊ ‘हम’ व लखनऊ एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स, डॉ. बेग चाइल्ड केयर व महा उदय सोसायटी के माध्यम से विगत एक सप्ताह से चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रम में भाग लिया।
इस कार्यक्रम के दौरान डॉ. बेग व डॉ माहा ने ORS के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी बच्चों को दी। उन्होने ORS के बारे मे बताया कि ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्टे यानी ORS की मदद से दस्त के दौरान शरीर में इलेक्ट्रो लाइट की कमी को पूरा किया जाता है। दस्त के साथ-साथ उल्टी और अधिक पसीना आने की स्थिति में भी शरीर में इलेक्ट्रो लाइट्स की मात्रा को संतुलित बनाए रखने के लिए ORS का घोल दिया जाता है। बच्चों को दस्त और उल्टी होने पर साफ पानी में ORS मिलाकर दिया जाना चाहिए। इससे शरीर में पानी की कमी पूरी होती है। ORS से आंतें सोडियम के साथ ग्लूकोज और पानी को अवशोषित कर लेती हैं जिससे शरीर हाइड्रेट रहता है। डॉक्टंर की सलाह के बिना भी बच्चे को यह घोल दे सकते हैं। लेकिन अगर घर पर ओआरएस का पैकेट नहीं है तो खुद भी इसे बना सकते हैं।
चाइल्डलाइन “हम” सचिव डॉ० संगीता शर्मा ने बताया कि बच्चे खेलते, कूदते रहते है जिसमे बच्चों को पता नही चल पाता है कि कब कीटाणु इन्फेक्सन पैदा कर देते हैं जिसके कारण बच्चों को दस्त व उल्टी जैसी समस्या आ सकती है। ORS का घोल पीने की ही सलाह व इसका पैकीट घर मे रखने की भी सलाह दी।
महा उदय सोसाइटी की अध्यक्ष अरीफा शौकत ने कहा वयस्कों और बच्चों को दस्त और उल्टी होने पर ज्यादा से ज्यादा ओआरएस का सेवन करना चाहिए। दो साल से अधिक उम्र के बच्चों में यह मात्रा 250 मि.ली है। वहा उपस्थित सभी बच्चों को ज़िंक की गोलिया, ORS का पानी, पेंसिल व अन्य उपहार दिये। चाइल्डलाइन ‘हम’ से विवेक शर्मा, शिवम वर्मा, नेहा, अभिषेक, गौरी लखनऊ एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स महाउदय सोसाइटी से सहनाज़ हुसैन, संजय प्रताप सरोज, निशा यादव व परवीन गिरि ने भाग लिया।
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