वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
वाराणसी 29 मार्च। ‘सनातन संजीवनी’ परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती ‘1008’ का 21वां संन्यास दिवस काशी में 4अप्रैल को वृहद रूप से मनाया जायेगा। ज्योतिष्पीठाधीश्वर के रूप में प्रथम संन्यास दिवस होने के अवसर पर इस दिवस को उत्सव के रूप में मनाने का निर्णय किया गया है। यह जानकारी आयोजन समिति के सदस्यों ने बुधवार को केदारघाट स्थित श्रीविद्यामठ में पत्रकारों से बातचीत में दी।
आयोजन समिति ने बताया कि चैत्र शुक्ल त्रयोदशी तदनुसार दिनांक 4 अप्रैल 2023 को अपराह्न 02:00 बजे से सायंकाल 05:00 बजे तक सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के सभागार में होने वाले इस आयोजन में काशी की 108 संस्थाओं की ओर से जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती महाराज का नागरिक अभिनन्दन किया जायेगा। संन्यास दिवस समारोह में काशी के अनेक सन्तों-महन्तों, संस्कृत के विद्वानों को आमंत्रित किया गया है। इस अवसर पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अति विशिष्ट योगदान करने वाली 9 विभूतियों को माहाराजश्री के कर-कमलों द्वारा सम्मानित भी किया जायेगा। समारोह में विभिन्न ग्रन्थों का विमोचन भी शंकराचार्य द्वारा किया जाएगा। इस उत्सव के दौरान आदि शंकराचार्य भगवान् पर आधारित एकांकी का मंचन भी प्रस्तावित है। यह एकांकी काशी के उदीयमान रंगकर्मी उमेश भाटिया के निर्देशन में तैयार किया जा रहा है।
पत्रकारवार्ता में आयोजन समिति के सदस्य साध्वी पूर्णम्बा दीदी, साध्वी शारदम्बा दीदी, ब्रम्हचारी मुकुंदानंद, डॉ गिरीश चन्द्र तिवारी, प्रेस प्रभारी-सजंय पाण्डेय, रवि त्रिवेदी, रमेश उपाध्याय, यतींद्र चतुर्वेदी उपथित थे।
