वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 24 मार्च। प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से विश्व क्षय रोग दिवस पर आज यहाँ राजभवन स्थित गाँधी सभागार में प्रमुख सचिव राज्यपाल, श्रीमती कल्पना अवस्थी की अध्यक्षता में राजभवन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सामुदायिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से 25 टी0वी0 रोगियों को गोद लिया।
इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्रीमती अवस्थी ने बताया कि प्रदेश की राज्यपाल ने 25 अगस्त 2019 को राजभवन द्वारा 21 बाल टी0बी0 रोगियों को गोद लेकर सामुदायिक सहायता का एक अभिनव उदाहरण पेश किया था। इससे पूरे देश को प्रेरणा मिली और पूरे देश ने इस परम्परा को अपनाया। प्रमुख सचिव राज्यपाल ने कहा कि विश्व में बड़ी जनसंख्या का देश होने के कारण सर्वाधिक टी0बी0 के रोगी भारत में हैं और भारत का वृहद् जनसंख्या वाला प्रदेश होने के कारण देश के क्षय रोगियों का सर्वाधिक प्रतिशत उत्तर प्रदेश में है।
प्रमुख सचिव राज्यपाल ने बताया कि राजभवन में जिन 103 टी0बी0 रोगियों को गोद लिया गया था, उनमें से 101 रोगी रोग मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि 02 रोगी अभी चिकित्साधीन हैं। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए महानिदेशक चिकित्सा, स्वास्थय एवं परिवार कल्याण, डॉ0 लिली सिंह ने बताया कि क्षय रोग इस समय विश्व स्तर पर चिंता का विषय हैं। ऐसी स्थिति में देश के प्रधानमंत्री द्वारा जारी क्षय रोग मुक्त भारत अभियान को सफल करने के लिए राज्यपाल द्वारा क्षय रोगियों को गोद लेने का अभियान ‘क्षय मुक्त उत्तर प्रदेश‘ को गति प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें इस अभियान को टी0बी0 उन्मूलन की तरह चलाना है, जिसका उद्देश्य है ‘‘नो टी0बी0‘‘।
इस अवसर पर कार्यक्रम में विशेष सचिव राज्यपाल बी0एन0 सिंह, अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थय विभाग उत्तर प्रदेश मंडल डॉ0(मेजर) जी0एस0 बाजपेई, महाप्रबंधक राष्ट्रीय कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वास्थय मिशन उ0प्र0 डॉ0 लक्ष्मण सिंह, परामर्शदाता राज्यपाल डॉ0 अनिल निर्वाण, राजभवन में तैनात समस्त चिकित्साधिकारी, क्षय रोगियों को गोद लेने वाले राजभवन के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
