वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 2 फ़रवरी। विगत बुधवार को केन्द्र सरकार का वित्तीय वर्ष 2023-24 का अमृत काल का पहला आम बजट आ गया, मुख्यमंत्री ने आज प्रेसवार्ता में कहा कि इस बजट की सात प्रथमिकताएं हैं, जिन्हें सप्तऋषि कहा गया है। जो कि (1) समावेशी विकास, (2) अन्तिम व्यक्ति तक पहुंचना, (3) अवसंरचना एवं निवेश, (4) सक्षमता को सामने लाना, (5) हरित विकास, (6) युवा शक्ति, (7) वित्तीय क्षेत्र।
उन्होंने कहा कि यह बजट एक लोक कल्याणकारी बजट जो गाँव, गरीबों, किसानों, जनजातीय, दलितों, पिछड़ों, शोषितों, वंचितों, दिव्यांगजनों, आर्थिक रूप से कमजोर तथा मध्यम वर्ग के लोगों को सशक्त और सक्षम बनाएगा। यह बजट ग्राम विकास, कृषि विकास, श्रमिक कल्याण, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, पूर्वोत्तर एवं पहाड़ी क्षेत्रों सहित देश के समग्र विकास को समर्पित है। इस बजट के माध्यम से युवाओं के सपने साकार होंगे। भारत के अमृत काल का यह पहला बजट सप्तऋषि के समान देश का मार्गदर्शन करेगा तथा आकांक्षी भारत के लक्ष्यों को पूरा करने का मार्ग प्रशस्त करेगा। यह बजट महज वर्ष 2023-24 के डेवलपमेंट का एजेंडा नहीं है, बल्कि देश के लिए अगले 25 से 50 साल हेतु विकसित अर्थव्यवस्था की बुनियाद रखने वाला ब्लू प्रिंट है। देश के 75वें आम बजट में प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप ‘ईज ऑफ लिविंग’ को बढ़ाने पर जोर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में देश की आर्थिक विकास दर 07 प्रतिशत होने के अनुमान हैं। यह विकास दर दुनिया की समस्त प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व और मार्गदर्शन में भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है और उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रही है।
