वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 2 फ़रवरी। नेता विरोधी दल अखिलेश यादव ने केंद्रीय बजट पर केंद्र सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार की गलत आर्थिक नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। सन् 2024 के लोकसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए केन्द्र सरकार ने लोकलुभावन बजट पेश कर उसका ढिंढ़ोरा पीटना शरु कर दिया है। इस बजट में भी भाजपा सरकार ने आदतन मंहगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के बुनियादी मुद्दों को दर किनार कर दिया गया है। मुंह मोड़े रखा है और जनता का ध्यान बंटाने के लिए कुछ घोषणाएं करके चुप्पी साध ली है।
अखिलेश ने कहा कि अर्थव्यवस्था पर चंद पूंजीपतियों का कब्जा है। एक बड़े उद्योगपति का सरकारी संरक्षण की बदौलत विशाल साम्राज्य खड़ा हो गया पर एक संस्थान ने सच्चाई उजागर कर उस साम्राज्य की दीवारों को दरका दिया जो झूठ के रेत पर बना था। शेयर बाजार में उसके शेयर तेजी से गिर रहे हैं। ऑक्सफैम इंटरनेशनल की रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में एक फीसदी अमीरों के पास देश की 40 प्रतिशत से अधिक सम्पत्ति पर कब्जा हो गया है। देश की आधी से ज्यादा आबादी का सिर्फ 3 प्रतिशत हिस्सा है। प्रधानमंत्री 2014 में महंगाई कम करने के वादे के साथ सत्ता में आये लेकिन अब महंगाई कम करने की बात को भूल गये है। बाजार में आज आटा 38-40 रुपए प्रति किलों बिक रहा है। पेट्रोल-डीजल और गैस की बढ़ी कीमतों पर कोई रोक नहीं है। बाजार पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। मनरेगा का काम भी अब तेजी नहीं पकड़ रहा है। गरीब को बस मुफ्त अनाज देकर उसकी गरीबी का मजाक बनाया जा रहा है। भाजपा के भ्रमजाल में जनता अब फंसने वाली नहीं। 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा को 80 सीटों पर हराएगी।
