वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 29 जनवरी। अंततोगत्वा चाचा शिवपाल को सपा कार्यकारिणी में बड़ी अहम् ज़िम्मेदारी मिल ही गयी और उन्हें कार्यकारिणी में राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है यही नहीं आजम खान के साथ विवादों में घिरे स्वामी प्रसाद मौर्या को भी राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है।
देखने वाली बात है की मुलायम सिंह के देहांत के बाद कुनबा फिर एकजुट हो गया और अब शिवपाल यादव और अखिलेश यादव गिले-शिकवे भुलाकर साथ आ चुके हैं।
यहाँ तक की शिवपाल ने अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का सपा में विलय भी कर दिया है। शिवपाल को मैनपुरी में डिंपल यादव की बड़ी जीत हासिल कराने में साथ देने का तोहफा दिया गया है।
कार्यकारिणी में कुल 62 लोगों को शामिल किया गया है जिसमें 4 आमंत्रित सदस्य भी है, लेकिन पिछड़े वर्ग के सभी समाज के लोगों को स्थान नहीं मिलता देख कर नहीं लगता कि पार्टी 2024 की तैयारियों में जुटी है और हर वर्ग के वोट को साधने का प्लान बना रही है।
