वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 12 जनवरी। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के प्रेरणा से आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 01 जनवरी, 2023 से राजभवन में प्रारम्भ हुई परम्परागत खेल प्रतियोगिता में आज दिनभर गुल्ली-डंडा खेला गया। आज इस प्रतियोगिता में 18 टीमों ने प्रतिभागिता की, प्रत्येक टीम में 06 प्रतिभागियों ने हिस्सेेेदारी की।
गुल्ली-डंडा भारत की गलियों और खुले मैदानों मे खेला जाने वाला बेहद रोमांचक खेल है। आज के गुल्ली-डंडा मैच में प्रत्येक प्रतिभागी में इसका उत्साह साफ दिखाइ दे रहा था। घरों में सहज उपलब्ध लकड़ी के छोटे टुकड़े और डंडे से बच्चों के मध्य खेला जाने वाला ये खेल आज इलेक्ट्रानिक खेलों की दुनिया में लुप्तप्राय हो चला है। कभी इसकी लोकप्रियता के चलते हिंदी कथा सम्राट प्रेमचंद ने ‘‘गुल्ली-डंडा‘‘ शीर्षक से ही एक प्रसिद्ध कहानी की रचना की थी।
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