– विश्वविद्यालय में तीन भवनों और अशोक स्तंभ का हुआ लोकार्पण, स्वदेशी मेले का भी हुआ आयोजन
वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
जौनपुर 21 अक्टूबर। पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ द्वारा वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के आर्यभट्ट सभागार में शुक्रवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चिंतन में संपोषित विकास की अवधारणा विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित हुई। इसके साथ ही अशोक स्तंभ और लाइब्रेरी एवं उमानाथ सिंह इंजीनियरिंग संस्थान के समीप अशोक सिंघल परम्परागत विज्ञान एवं तकनीकी संस्थान का लोकार्पण किया एवं हस्तनिर्मित स्वदेशी मेला का उद्घाटन उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा किया गया।
संगोष्ठी में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि देश को दुनिया में आगे करना है, तो इसके लिए उत्तर प्रदेश को आगे करना होगा, इस कार्य में पूर्वांचल विश्वविद्यालय का बड़ा योगदान होगा, यह विश्वविद्यालय शोध का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम स्वदेशी उत्पादन के क्षेत्र में जितना आगे जायेंगे ,हमारी अर्थव्यवस्था उतनी ही मजबूत होगी।
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि विश्वविद्यालय निरंतर आगे बढ़े, इसके लिए हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने शिक्षा के साथ ही महिला सशक्तिकरण एवं सामाजिक कार्यों से एक अलग छवि का निर्माण किया है।
तीन पुस्तकों का किया विमोचन :
संगोष्ठी में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने डॉ. मनोज मिश्र एवं डॉ. सुधीर उपाध्याय द्वारा सम्पादित पुस्तक एनवायरमेंटल कम्युनिकेशन- लैब टू लैंड, प्रो. मानस पाण्डेय द्वारा सम्पादित दीनदयाल उपाध्याय का युग बोध, प्रो मानस पाण्डेय एवं डॉ आशुतोष सिंह द्वारा सम्पादित पुस्तक टूरिज्म इन इंडिया चौलेंजेज एंड अपारच्युनिटी पुस्तक का विमोचन किया।
हस्त निर्मित स्वदेशी मेला लगा
विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित हस्त निर्मित स्वदेशी मेला में विद्यार्थियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के 26 स्टाल लगे थे, उपमुख्यमंत्री ने स्टालो के निरीक्षण में आयोजक मण्डल की प्रशंसा की। इसका संयोजन महिला अध्ययन केंद्र एवं कौशल विकास केंद्र द्वारा किया गया था, जिसका संयोजन डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव ने किया।